चतरा (CHATRA): करीब पंद्रह से बीस साल पहले रामगढ़ के घाटो में एक बहन किसी की हैवामियत की शिकार बनी थी. जंगल में ही अपराधी ने युवती के साथ रेप और हत्या की घटना को अंजाम दिया था. बहन की रेप और हत्या के वर्षों पुराने शक के प्रतिशोध ने चतरा के तीन भाइयों को हत्यारा बना दिया. पुलिस की एसआईटी ने एक सप्ताह पहले जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र के एनएच 99 बक्सा जंगल से बरामद ब्लाईंड शव बरामदगी मामले का खुलासा करते हुए घटना में शामिल तीन हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है.
क्या है मामला
विगत 14 अगस्त को सिर कटी अज्ञात लाश बरामदगी मामले की जांच के दौरान मृतक की पहचान रामगढ़ जिले के मांडू थाना क्षेत्र के बेंगाबाद निवासी बालेश्वर रजक के रूप में हुई थी. एसपी राकेश रंजन ने एसआईटी टीम का गठन किया. टीम ने ब्लाइंड घटना में शामिल तीनों हत्यारों को सिमरिया थाना क्षेत्र के दुंदुवा गांव से गिरफ्तार किया. हत्यारों की निशानदेही पर मृतक का सिर भी पुलिस ने अमानत नदी से बरामद कर लिया है. साथ ही हत्या में प्रयुक्त बांस का बेंत लगा कुल्हाड़ी, एक बाइक और विभिन्न कंपनियों का तीन मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है. सिमरिया एसडीपीओ अशोक प्रियदर्शी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था. जिसमें लावालौंग थाना प्रभारी नंदन कुमार समेत अधिकारियों और सशस्त्र बल के जवानों को शामिल किया गया था. एसडीपीओ ने बताया कि करीब 15-20 वर्ष पूर्व घाटों में हुई बहन की रेप और हत्या के शक के प्रतिशोध में तीनो ने मिलकर घटना को चतरा मे अंजाम दिया था. जिसके बाद शव को बक्सा जंगल मे फेंककर उसके सर को काटकर अमानत नदी में छिपा दिया था. एसडीपीओ ने बताया कि इन लोगों को शक था कि उनकी बहन की हत्या से पूर्व मृतका के साथ बलात्कार भी किया गया था.
रिपोर्ट: संतोष कुमार, चतरा
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