आने वाले दिनों में खनन का तौर-तरीका बिलकुल बदल जाएगा, जानिए किसने और कब कही यह बात


धनबाद (DHANBAD): देश में स्वचालित खनन को अपनाने सहित खनन उद्योग को प्रशिक्षित और कुशल कार्यबल देने के उद्देश्य से, IIT (ISM) में टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब इन मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड माइनिंग (TEXMIN फाउंडेशन) धनबाद ने सैंडविक माइनिंग एंड रॉक टेक्नोलॉजी इंडिया के सहयोग से आईआईटी (आईएसएम) के सीआरई बिल्डिंग में एक सैंडविक माइनिंग ऑटोमेशन लर्निंग सेंटर (एसएमएसी) की स्थापना की है. जिसका उद्घाटन बुधवार को खान सुरक्षा महानिदेशालय के महानिदेशक (डीजी) प्रभात कुमार ने किया.
मौके पर (डीजीएमएस) स्वीडन के दूतावास के आर्थिक और वाणिज्यिक परामर्शदाता मार्कस लुंडग्रेन सहित कई लोग मौजूद थे. आईआईटी (आईएसएम) के निदेशक व टेक्समिन फाउंडेशन हब शासी निकाय के अध्यक्ष प्रोफेसर राजीव शेखर सहित अन्य आगंतुक मौजूद थे. मुख्य अतिथि डीजीएमएस के महानिदेशक प्रभात कुमार ने कहा कि प्रशिक्षित जनशक्ति खनन उद्योग की प्राथमिक आवश्यकता है क्योंकि यह अधिक सुरक्षा के साथ-साथ कुशल खनन सुनिश्चित करता है. उन्होंने आईआईटी (आईएसएम) के प्रयास की सराहना की.
IIT (ISM) धनबाद के निदेशक प्रोफेसर राजीव शेखर ने कहा कि आने वाले दिनों में खनन पूरी तरह से अलग होने जा रहा है, क्योंकि यह पूरी तरह से नवीनतम तकनीक, स्वचालन और डिजिटलाइजेशन के उपयोग पर आधारित होगा. जिसके लिए सैंडविक माइनिंग ऑटोमेशन लर्निंग सेंटर प्रदान करेगा. दूसरी ओर, IIT (ISM) के उप निदेशक धीरज कुमार ने केंद्र के उद्देश्य के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, यह खनन इंजीनियरिंग के यूजी छात्रों को माइन ऑटोमेशन और डेटा एनालिटिक्स के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा.
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