यूनिवर्सिटी का यह भी एक खेल,पहले पास किया,फिर कर दिया फेल,जानिए विरोध में क्या हुआ


धनबाद(DHANBAD): बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय हाल के दिनों में किसी न किसी कार्रवाई को लेकर चर्चा में रहता है. यह विश्वविद्यालय सत्र 2019- 23 बीएससी नर्सिंग के पास कई छात्र छात्राओं को फेल कर दिया है. उन्हें पहले पास की मार्कशीट दी गई, इसके बाद फेल की मार्कशीट दे दी गई. उन्हें पुरानी मार्कशीट जमा करने और री एग्जाम देने के लिए कहा जा रहा है. इससे आक्रोशित धनबाद स्कूल ऑफ नर्सिंग के पहले, दूसरे और तीसरे वर्ष के लगभग 200 छात्र छात्राओं ने गुरुवार की दोपहर सड़क जाम कर दी. छात्र छात्राओं ने अशर्फी अस्पताल के सामने eight लेन सड़क को जाम कर दी. विश्वविद्यालय के खिलाफ नारेबाजी करने लगे .सड़क जाम से यातायात बाधित हो गई. पुलिस भी पहुंची लेकिन उन्हें समझा नहीं पा रही थी. उनके सवालों का जवाब किसी के पास नहीं था. काफी समझाने के बाद सड़क जाम से बच्चे हटे और तब जाकर यातायात शुरू हुआ.
पूरा मामला
छात्रों के अनुसार जनवरी में विश्वविद्यालय ने रिजल्ट जारी किया, इसमें वे पास थे. रिजल्ट के नीचे परीक्षा नियंत्रक का हस्ताक्षर भी था. उसके बाद दोबारा मार्कशीट जारी कर सभी को फेल कर दिया गया. विरोध करने पर पुरानी मार्कशीट से जमा करने और दोबारा परीक्षा देने को कहा जाने लगा. आरोप लगाया जा रहा था कि यह विश्वविद्यालय की लापरवाही है. वही विश्वविद्यालय का कहना है कि पहले 40 फ़ीसदी न्यूनतम अंक पर ही बीएससी नर्सिंग के छात्रों को पास कर दिया जा रहा था. इसी के आधार पर छात्रों को पास किया गया था, जबकि आईएन सी रेगुलेशन के अनुसार पास होने के लिए 50 अंक लाना जरूरी है. इसी आधार पर जिन छात्रों का अंक 50 फ़ीसदी से कम था, वह फेल हो गए हैं. छात्रों के सड़क जाम की सूचना पर यूनिवर्सिटी के अधिकारी, धनबाद के सीओ समेत भारी संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचे. आंदोलित बच्चों को समझाने का प्रयास किया गया. रात 8 बजे के बाद जाकर जाम हटा. छात्रों की मांग थी कि विश्वविद्यालय ने फिर से रिजल्ट जारी कर हमारे भविष्य को खतरे में डाल दिया है .छात्रों का कहना था कि कोर्स के लिए उनसे 5.20 लाख रुपए लिए जाते हैं. कर्ज लेकर पैसे जमा कराए हैं. कोई दो लाख तो कोई 3 लाख का भुगतान कर चुका है. फेल होने के बाद दोबारा पढ़ाई करनी होगी और इतने पैसे दोबारा देने होंगे. पैसा नहीं देने पर स्कूल प्रबंधन परीक्षा देने नहीं देता.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह
4+