झारखंड के साहिबगंज बंदरगाह निर्माण की धीमी गति का ठीकरा फूटा हेमंत सरकार पर, पढ़िए क्या कहा केंद्रीय मंत्री ने


धनबाद(DHANBAD): केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर बुधवार को झारखंड के साहिबगंज में थे. उन्होंने दावा किया कि अर्थ गंगा के तहत होने वाले काम को 2030 तक पूरा कर लेने का टारगेट है. साथ ही यह भी कहा कि झारखंड सरकार इसमें रुचि नहीं ले रही है. इस वजह से विलंब हो रहा है. झारखंड सरकार अगर थोड़ी भी रुचि दिखती है तो काम जल्द पूरा किया जा सकता है. साहिबगंज गंगा में अभी औसतन 3 मीटर से अधिक पानी है. इतने पानी में 200 टन क्षमता का जहाज आसानी से चलाया जा सकता है.
बनाये जाएंगे कुल 160 कम्युनिटी जेट्टी
अर्थ गंगा परियोजना के तहत हल्दिया- वाराणसी जलमार्ग में जहाज व फेरी सेवा के लिए कुल 160 कम्युनिटी जेट्टी निर्माण का लक्ष्य रखा गया है. चालू वित्तीय वर्ष में साहिबगंज में 4 जेट्टी का निर्माण होगा. इसे गंगा के रास्ते जल मार्ग के जरिए आवागमन और व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा. मंत्री ने पत्रकारों को बताया कि साहिबगंज में प्रथम चरण में बंदरगाह के 72 मीटर एरिया में काम हो चुका है. दूसरे फेज में 200 मीटर से अधिक क्षेत्र में काम किया जाएगा. यहां समदा में बन रहा बंदरगाह पूरी तरह से ऑटोमेटिक होगा और रेल से भी जुड़ेगा. इसमें एक सेंटर भी होगा, जहां से बंदरगाह के कामकाज की निगरानी की जाएगी.
लीज लेने के लिए कोई नहीं आ रहा सामने
समदा में बने मल्टीमॉडल बंदरगाह को संचालित करने के लिए लीज पर देना है. इसके लिए अब तक 5 बार टेंडर निकाले जा चुके है. लेकिन स्थानीय कोई व्यक्ति अथवा एजेंसी इसे लेने को सामने नहीं आये है. इस काम में राज्य सरकार को दिलचस्पी दिखानी होगी. . मंत्री ने आरोप लगाया कि तत्कालीन रघुवर सरकार के कार्यकाल में बंदरगाह निर्माण का काम रफ्तार पर था लेकिन सरकार बदलने के बाद गति धीमी पड़ गई है. राज्य की सरकार इसमें दिलचस्पी नहीं ले रही है. इस वजह से बंदरगाह के दूसरे फेज का काम रुका हुआ है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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