रांची(RANCHI): विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन है. लेकिन पहले दिन के जैसे ही शुरू से विपक्ष ED,IT और नियोजन नीति के मुद्दे को लेकर सदन के अंदर और बाहर हंगामा कर रहे हैं. इस हंगामे की वजह से प्रश्नकाल में उठने वाले सवाल दबते हुए दिख रहे हैं. जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हो रही है विपक्ष के विधायक वेल में पहुंच कर हंगामा करना शुरू कर रहे हैं. इससे सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ रहा है.इससे जो जनप्रतिनिधि अपने अपने क्षेत्र के मुद्दे लेकर पहुंचे हैं वो गौन होते दिख रहे है. हंगामे के वजह से सदन के तीसरे दिन भाजपा के तीन विधायकों को सदन की कार्यवाही से अध्यक्ष ने निलंबित कर दिया.इसके बाद हंगामा और भी बढ गया.
इस हंगामे पर भाजपा विधायकों का कहना है कि सरकार बहस करने से बच रही है.भाजपा नियोजन नीति के मुद्दे पर सवाल पूछ रही है.साथ ही राज्य में बेरोजगारी चरम पर इसका जवाब कौन देगा.सरकार में बैठे लोग सिर्फ भाषणबाजी कर रहे है.युवा सड़क पर है बेरोजगारी में मरने को मजबूर है.लेकिन रोजगार के दिशा में कोई पहला नहीं की जा रही है.
वहीं सत्ता पक्ष के लोगों का कहना है कि सरकार युवाओं के हित में काम कर रही है.युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है.लेकिन भाजपा युवा विरोधी है काम इनसे देखा नहीं जा रहा है.जब सदन से 1932 के विधेयक को पास किया गया तो पिछले दरवाजे से राजभवन जा कर उसे लटकाने का काम कर रहे है.सदन में भाजपा के लोगों को जवाब सुनने की आदत नहीं है.ये लोग सिर्फ हाजरी बनाने के लिए विधानसभा पहुंचते है.
इसपर निर्दलीय विधायक सरयू राय ने कहा कि सदन इस तरह से नहीं चलना चाहिए. पक्ष और विपक्ष दोनों को एक साथ जनता से जुड़े मुद्दे पर बात करने की जरूरत है.जहां तक ED का सवाल है तो इसपर ED दफ्तर जा कर सवाल पूछना चाहिए ना कि सदन में,सदन में हंगामे की वजह से सभी सवाल दब गए है.यह किसी भी राज्य के लिए ठीक नहीं है.
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