रांची (RANCHI): राजधानी रांची से एक आश्चार्यजनक मामला सामने आ रहा है. दरअसल 25 साल पहले जिसे मृत समझ कर परिवार वालों ने अंतिम संस्कार कर दिया था. वह अचानक से जिंदा हो उठा है. इस खबर के सामने आते ही खुशी की लहर दौड़ गई. फिलहाल परिवार के सभी सदस्य उससे मिलने निकल गए है.
घर वालों ने मृत समझ कर दिया था अंतिम संस्कार
मिली जानकारी के अनुसार रांची के मांडर प्रखंड का रहने वाला युवक जीतू किस्पोट्टा 1998 में अपने घर से लापता हो गया था. इस संबंध में उसके परिवार वालों का कहना है कि घर में किसी बात से वह नाराज हो कर घर से चल गया था. जिसके बाद उसके परीजनों ने जीतू किस्पोट्टा की तलाशी की. लेकिन काफी ढूढने के बाद भी नहीं मिला जिसके बाद उसके परिजनों ने उसे मृत मान कर उसका अंतिम संस्कार तक कर दिया था. लेकिन 25 साल बाद जब युवक के जिंदा होने की खबर परिवार वालों को मिली तो सभी के खुशी का ठिकाना नहीं रहा.
मेरठ के जेल प्रबंधन से लगाई गुहार
परिजनों ने बताया कि उन्हें कल देर रात मांडर थाना से एक कॉल आया जिसमें उन्होंने जीतू के जिंदा होने की बात कही. साथ ही उन्होंने बताया कि जीतू किस्पोट्टा इस समय यूपी के मेरठ के एक जेल में बंद है. जीतू ने जब जेल प्रबंधन से अपने परिजनों से मिलने की मांग की. उसकी मांग सुनने के बाद जेल प्रबंधन ने उसके घर और थाने का पता लिया और इसकी सूचना मांडर पुलिस को दी. जब मांडर पुलिस ने जीतू के परिजनों को इसकी सूचना दी तो उनके होश उड़ गये.
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