रांची(RANCHI) - कोयला व्यवसायी और भाजपा नेता राजेंद्र प्रसाद साहू के निधन से इस क्षेत्र में पार्टी को नुकसान हुआ है. उन्हें 12 अगस्त को गोली मारी गई थी. वे अपने क्षेत्र के चर्चित नेता थे. सुबह-सुबह रांची के मेडिका हॉस्पिटल में उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई. राजेंद्र प्रसाद साहू तेली समाज के एक बड़े नेता माने जाते थे.
बालूमाथ क्षेत्र में पुलिस के खिलाफ आक्रोश
लातेहार जिले के बालूमाथ क्षेत्र में राजेंद्र प्रसाद साहू पार्टी के प्रमुख चेहरा हुआ करते थे.कोयला के व्यवसाय से भी वे जुड़े हुए थे. इसके अतिरिक्त में जनप्रतिनिधि भी रह चुके थे. जिला परिषद के हुए पूर्व अध्यक्ष का दायित्व संभाल चुके थे. उनकी हत्या से क्षेत्र के लोग काफी आक्रोशित हैं. पुलिस के खिलाफ गुस्सा देखा जा रहा है.जैसे ही उनकी मौत की खबर बालूमाथ पहुंची लोग घटना के विरोध में सड़क पर उतर आए. अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की जा रही है.
लातेहार के पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष व भाजपा नेता राजेंद्र साहू जी के निधन की सूचना से मन व्यथित है। तीन दिनों पहले अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी थी। निकम्मी हेमंत सरकार की लचर कानून व्यवस्था ने एक और जान ले ली।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) August 14, 2023
ईश्वर राजेंद्र साहू जी की दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें व… pic.twitter.com/FXz0Z0PNmG
भाजपा नेताओं में आक्रोश
इस घटना के खिलाफ भाजपा के नेताओं में भी गुस्सा देखा जा रहा है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राजेंद्र प्रसाद साहू के निधन पर शोक जताया है. इसके अलावा उन्होंने राज्य में विधि व्यवस्था की लचर स्थिति पर सरकार की आलोचना की. भाजपा के प्रदेश महामंत्री प्रदीप वर्मा ने कहा कि झारखंड में जबसे यह सरकार बनी है तब से विधि व्यवस्था की स्थिति खराब है.पुलिस का अपराधियों में खौफ नहीं रह गया है.
2019 में निर्दलीय चुनाव लड़े थे
राजेंद्र प्रसाद साहू इस क्षेत्र के प्रमुख नेता थे. कोयला के व्यवसाय में उनकी अच्छी पकड़ थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में वे भाजपा प्रत्याशी सुनील सिंह के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े थे.
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