थापरनगर रेलवे स्टेशन से एमपीएल जाने वाले रेलवे ट्रैक के नीचे की जमीन जमीनदोज, लोगों में दहशत


धनबाद (DHANBAD) : थापरनगर रेलवे स्टेशन से एमपीएल कोयला ढुलाई के लिए एक विशेष रेलवे लाइन बनाया गया. जिसके 20 फीट के दायरे में रेलवे ट्रैक के नीचे की जमीन लगभग 10 से 15 फीट धंस गई है. साथ ही लगभग 50 मीटर के दायरे में जमीन में दरारें पड़ गई हैं. घटनास्थल से गया हावड़ा ग्रैंड कार्ड रेल लाइन की दूरी मात्र 38 मीटर की है. ऐसे में हर समय किसी म किसी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. इस बात से श्यामपुर बस्ती के ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है.
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दहशत में ग्रामीण
बता दें कि 16 अगस्त को श्यामपुर बस्ती से थापर नगर रेलवे स्टेशन जाने वाला मार्ग में लगभग डेढ़ सौ फीट के दायरे में दरारें पड़ गई थी. वहीं मुख्य मार्ग लगभग 3 फीट नीचे धंस गया था. साथ ही 27 अगस्त 2021 को एमपीएल के रेलवे लाइन और आसपास का लगभग 100 फीट के दायरे में जमीन धंस गई थी. बराबर हो रहे भूधसांन की घटना से आसपास के ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है.
ग्रामिणों ने लगाया आरोप
जानकारी के अनुसार मंगलवार की अहले सुबह अचानक तेज आवाज के साथ थापरनगर रेलवे स्टेशन से एमपीएल जाने के लिए बनाए गए रेलवे ट्रैक के नीचे की जमीन लगभग 20 सीट के दायरे में जमीनदोज हो गई. साथ ही लगभग 50 फीट के दायरे में जमीन में दरारें पड़ गई है. स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि जब-जब भूधसांन होता है, ईसीएल प्रबंधन ऊपर-ऊपर उसके भराई कर अपना पिंड छुड़ा लेती है. अगर सही ढंग से इसकी भराई नहीं करवाई गई तो कभी भी भयानक घटना घटित हो सकती है. ग्रामीणों का आरोप है कि कोलियरियों के सरकारी करण होने के भूधसांन स्थान पर तीन चानक बनाकर प्राइवेट कंपनी ने कोयले का उत्खनन किया था. बाद में कोलियरी के सरकारीकरण होने के बाद भी ईसीएल प्रबंधन का तरफ से कुछ दिनों तक कोलियरी का संचालन किया गया था. बाद में कोयला चोरों ने कोयले की कटाई की. इसके कारण नीचे की जमीन खोखली हो गई. ऐसे में आए-दिन इस स्थान पर भूधसांन की घटनाएं घटित होती रहती है.
रिपोर्ट: विनोद सिंह, धनबाद/निरसा
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