रांची(RANCHI): झारखंड की हेमंत सरकार शराब की कम बिक्री होने से चिंतित है, क्योंकि उसे आर्थिक नुकसान हो रहा है. सरकार चाहती हैं कि शराब बिके और उसे पैसा मिले. घट रहे राजस्व वसूली को लेकर सरकार ने भारत निर्मित विदेशी शराब की कीमतें घटाने का फैसला लिया है. इस कारण राज्य में प्रचलित ब्रांडों की कीमतें 20 रुपये तक घटा दी गई हैं. सरकार ने पिछले साल अक्तूबर से सभी ब्रांडों की कीमतें बढ़ा दी थी. अब झारखंड स्टेट बीभरेज कारपोरेशन लिमिटेड (जेएसबीसीएल) की ओर से एक्स डिपो प्राइस में 20 रुपये कटौती करने का निर्देश दिया गया है.
सरकार की ओर से पूर्व में लागू दर को प्रभावकारी किया गया है
इसका असर ह्विस्की, बीयर, रम और अन्य ब्रांडों की कीमतों पर पड़ रहा है. राज्य सरकार की ओर से पूर्व में लागू दर को प्रभावकारी किया गया है. सरकार को लगता है कि इससे शराब की बिक्री बढ़ेगी. झारखंड की 1586 खुदरा शराब की दुकानों में रायल स्टैग (आरएस), किंगफिशर, कार्ल्सबर्ग, गॉड फादर, ट्यूबोर्ग, ओल्ड हैबिट, रॉक फोर्ड, ब्लेंडर्स प्राइड, ऑफिसर्स च्वाइस, पी-7 जैसी ब्रांडों की कीमतें तत्काल प्रभाव से कम करते हुए बेचने का निर्देश दिया है.
पड़ोसी राज्यों से अवैध शराब लाकर बेचने की शिकायत मिल रही थीं
राज्य के उत्पाद आयुक्त करण सत्यार्थी ने सभी ब्रांडों की कंपनियों को आवश्यक निर्देश देते हुए शराब की कीमतें कम करने को कहा है. इससे क्वार्टर (180 एमएल), हाफ (350 एमएल) और फूल 750 एमएल के बॉटलों में बक्री किये जा रहे ब्रांडों की कीमतें घटायी गयी हैं. सरकार का मानना है कि झारखंड में शराब महंगी होने के कारण पड़ोसी राज्यों से अवैध शराब लाकर बेचने की शिकायत मिल रही थीं. इससे राजस्व वसूली पर भी असर पड़ा था. अब सरकार ने दूसरे राज्यों के हिसाब से कीमतों को फिर से कम कर राजस्व वृद्धि की उम्मीद जताई है.
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