देवघर(DEOGHAR): 2000 में बिहार से विभाजित ठोकर झारखंड का गठन किया गया था. तब से यहां पर प्रमंडल स्तरीय ग्रामीण बैंक हुआ करता था. लेकिन 1 अप्रैल 2019 से यह बैंक झारखंड राज ग्रामीण बैंक के रूप में स्थापित हुआ. बैंक का पांचवां स्थापना दिवस मनाया गया. इसे लेकर देवघर के मुख्य शाखा में क्षेत्रीय प्रबंधक अरुण कुमार और अन्य ने केक काटकर मनाया.
झारखंड का तीसरा बड़ा बैंक
इस दौरान सेवानिवृत्त कर्मियों को भी बुलाकर उनके सुख दुःख में खड़े रहने का संकल्प लिया गया. क्षेत्रीय प्रबंधक में बताया कि इससे पहले वनांचल और झारखंड ग्रामीण बैंक रूप में जाना जाता था. लेकिन जिले के सभी ग्रामीण बैंक और प्रमंडलीय बैंक को मर्ज कर एकमात्र झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक की स्थापना की गई है. बैंकों के विलय के बाद जनता और सरकार के साथ मिलकर यह बैंक क्षेत्र और राज्य की विकास में अपनी भूमिका निभा रही है. एसबीआई और बैंक ऑफ इंडिया के बाद झारखंड का तीसरा अग्रिम झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक रूप में जाना जाता है.आने वाले दिनों में बेहतर से बेहतर सुविधा मुहैया करा कर यह बैंक अव्वल होने की राह पर अग्रसर है.
रिपोर्ट:रितुराज सिन्हा
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