धनबाद में कोयला चोरी रोकने का एक और प्रयास, खनन क्षेत्र में अनाधिकृत प्रवेश पर बजने लगेगा सुरक्षा अलार्म, जानिए क्या बनी है सुरक्षा ढांचा


धनबाद(DHANBAD): किसी भी खनन क्षेत्र में अगर कोई अनाधिकृत प्रवेश करेगा तो सुरक्षा अलार्म बजने लगेगा. उपायुक्त के इस सुझाव पर शनिवार को कोल इंडिया के सुरक्षा सलाहकार एवं बीसीसीएल के सीएमडी ने लागू करने का आश्वासन दिया. बता दें कि कोयला खनन क्षेत्र में अनाधिकृत लोगों के प्रवेश और कोयला चोरी की घटनाओं पर रोक के लिए उपायुक्त की अध्यक्षता में शनिवार को बीसीसीएल, ई सी एल, सीआईएसएफ एवं जिला पुलिस की संयुक्त बैठक है. इस बैठक में कोयला खनन क्षेत्रों में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश एवं कोयला चोरी की घटनाओं पर अंकुश के लिए उपायुक्त संदीप सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई.
खनन क्षेत्र में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश करने एवं उनके द्वारा कोयला चोरी किए जाने की शिकायत पर चर्चा हुई.
बनाई गई एसओपी की भी हुई समीक्षा
इस दौरान खनन क्षेत्र में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश के रोकथाम के लिए कोयला कंपनी बीसीसीएल व उनकी आउटसोर्सिंग एजेंसी, सीआईएसएफ के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) की समीक्षा व कार्य योजना तैयार करने पर बात हुई. ताकि कोयला की चोरी की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सके. बैठक में उपायुक्त ने बीसीसीएल से अनुरोध किया कि आउटसोर्सिंग के कार्यों की अपने स्तर से भी नियमित मॉनिटरिंग करें और यदि आवश्यक हो तो टेंडर की शर्तों में सुरक्षा के लिए मैन पावर की शर्तों को रखे.
आउटसोर्सिंग के खिलाफ लगातार शिकायतों पर भी हुई बात
उस दौरान बीसीसीएल और ईसीएल आउटसोर्सिंग एजेंसी के विरुद्ध प्राप्त हो रही शिकायतों पर भी चर्चा हुई. उपायुक्त ने कोयले के अवैध खनन, परिवहन, भंडारण के रोकथाम व कोयले के अवैध खनन में संलिप्त लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा. बीसीसीएल की खदान एवं बंद खदान आदि में कोयला चोरी रोकने व अनाधिकृत रूप से प्रवेश रोकने को लेकर उपायुक्त ने निर्देश दिया, साथ ही उन्होंने साइकिल-मोटरसाइकिल के जरिए अनाधिकृत रूप से कोयले की चोरी किए जाने पर एफआईआर दर्ज कराने को कहा. बैठक में आउटसोर्सिंग एजेंसी सीआईएसएफ तथा बीसीसीएल के बीच बेहतर तालमेल और कम्युनिकेशन के लिए के लिए वॉकी-टॉकी सिस्टम लगाने का सुझाव दिया गया.इस दौरान जिला प्रशासन, जिला पुलिस, सीआईएसएफ एवं बीसीसीएल/ईसीएल की प्रयुक्त टीम द्वारा आउटसोर्सिंग एजेंसी के खनन क्षेत्रों का सिक्योरिटी ऑडिट कराने का निर्णय लिया गया. उपायुक्त ने बीसीसीएल को आउटसोर्सिंग एजेंसी की कार्यशैली पर निगरानी रखने व कार्यशैली सुधारने को कहा.
खनन इलाकों में लाइट लगाने का भी हुआ निर्णय
साथ ही उन्होंने अवैध खनन एक्सेस पर रोक लगाने, समुचित लाइट की व्यवस्था, सीसीटीवी की व्यवस्था के साथ-साथ लगातार मॉनिटरिंग करने की भी बात कही. इस दौरान उपायुक्त ने कोयला चोरी और कोयला खनन क्षेत्र में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश रोकने में आ रही परेशानियों के समाधान के लिए आईएसफ,जिला पुलिस एवं प्रशासन को 2 महीने में एक बार बैठक कर समन्वय स्थापित करने का निर्देशि दिया. बैठक में सीआईएसएफ के क्षेत्रीय पदाधिकारियों द्वारा भी आउटसोर्सिंग कंपनियों द्वारा सुरक्षा के लिए पर्याप्त मैन पावर ना रखे जाने की बात कही गई, साथ ही कोयला चोरी एवं अनाधिकृत प्रवेश आदि घटनाओं की ससमय एफआईआर दर्ज न कराने एवं आउटसोर्सिंग एजेंसीयों द्वारा लापरवाही बरतने की बात भी उठाई गई.
बैठक में मौजूद रहे अधिकारी
बैठक में उपायुक्त संदीप सिंह, वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार सीआईएल आलोक कुमार पटेरिया, अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक बीपीसीएल समीरण दत्ता, ,पुलिस उप महानिरीक्षक सीआईएसएफ विनय काजला, वरीय पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण एवं शहरी श्रीमती रिष्मा रमेशन, अपर जिला दंडाधिकारी कमलाकांत गुप्ता, जिला खनन पदाधिकारी मिहिर सलकर, निदेशक तकनीकी बीसीसीएल, महाप्रबंधक मुग्मा क्षेत्र ईसीएल, महाप्रबंधक कतरास बीसीसीएल, महाप्रबंधक बस्टाकोला बीसीसीएल, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बाघमारा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सिंदरी, डीएसपी मुख्यालय-1 श्री अमर कुमार पांडेय, डीएसपी विधि व्यवस्था श्री ए. के. बिन्हा, सुरक्षा प्रभारी ईसीएल मुगमा क्षेत्र, कमांडेंट सीआईएसफ समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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