टीएनपी डेस्क(Tnp desk):- जिंदगी एक इम्तहान लेती है और हर किसी को ये देना ही पड़ता है. चाहे दौलतमंद हो या फिर मुफलिसी और फकाकाशी में जिंदगी गुजार रही हो. हकीकत ये भी है कि जो इन तमाम बाधाओं को पार कर मंजिल हासिल करता है. वह विजेता कहलाता है. लेकिन, कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो चुनौतियों से लड़ नहीं पाते और जिंदगी से जंग हार जाते हैं
इंजीनियर बनने की ख्वाहिश
दरअसल, इंजीनियर बनने की ख्वाहिश रखे एक छात्र ने रात में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. ये घटना रामगढ़ के कुजू ओपी क्षेत्र की है. फंदे से झूलने के बाद इलाके में सनसनी मच गई और तरह-तरह की चर्चाए होने लगी. बताया जा रहा है कि मासूम अंसारी आरा में रहकर पढ़ाई करता था. तेज दिमाग का मासूम डीएवी आरा से टेन प्लस टू के बाद इंजीनियरिंग करना चाहता था. लेकिन, उसके परिवार की माली हालत अच्छी नहीं थी. उसने कई बैंकों में इसके लिए कोशिश भी की, लेकिन नाकामी हाथ लगी.
डीएवी का था छात्रा
मासूम डीएवी आरा के एक होनहार छात्र था. अपनी ऊंच्च शिक्षा के लिए पैसे के जुगाड़ नहीं होने से अवसाद में रहने लगा. बुधवार रात भोजन करने के बाद वह कमरे में सोने के लिए चला गया. गुरुवार की सुबह देर तक न उठने पर परिजनों ने आवाज लगाई. लेकिन, घर के अंदर से कोई हलचल नहीं दिखी. चिंता और हड़बड़ाहट में परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया. कमरे के अंदर जब मसूम शीट के कमरे के पाइप से दुपट्टे के सहारे झूलता पाया. इसके बाद चिख और चिल्लाहट मच गई. परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल था.
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