रांची(RANCHI): देश में सरकार ने 25 जून को आपातकाल हत्या दिवस मनाने की अधिसूचना जारी किया है. इस अधिसूचना के साथ ही देश में राजनीति पारा एक बार फिर से चढ़ गया है. इंडी और एनडीए नेता एक दूसरे पर सियासी बान चला रहे है. इसी कड़ी में झारखंड की सत्ता में काबिज झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी आलोचना की है. पार्टी के केन्द्रीय महासचिव ने संविधान प्रधानमंत्री को निशाने पर लिया है. झामुमो के केन्द्रीय कैम्प कार्यालय में प्रेस वार्ता कर जमकर भाजपा पर हमला बोला है.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि 25 तारीख को संविधान हत्या दिवस मनाने की घोषणा की गई है दुनिया का सबसे बड़ा संविधान लोकतंत्र के हत्या का दिवस मनाएंगे चुनाव के समय भाजपा ने चार सौ पार का नारा दिया था जब इसमें सफल नहीं हुए तो अब सम्विधान हत्या दिवस मानाने की घोषणा की है. 25 जून को संविधान की हत्या बात करते है लेकिन 62और 71 के जंग के समय भी आपातकाल था.
संविधान की हत्या का मुहर 2014 में लगा था. जब प्रधानमंत्री मोदी इस देश की सत्ता में काबिज हुए. इसके बाद देश में मोदी ने 2016 में आर्थिक आपातकाल की घोषणा कर लोगों को बेरोजगार कर दिया.फिर कोरोना के समय बिना किसी तैयारी के नागरिक आपातकाल लगा दिया. इसमें मज़दूर मरने को मज़बूर हो गए. सैकड़ो जान सड़क पर चली गयी. इसके बाद फिर किसानों पर आपातकाल लगाया. मणिपुर में अदिवासी पर आपातकाल लगा दिया नौकरी ना दे कर युवाओं पर आपातकाल लगा दिया.
सभी संस्थानों को कब्जे में लेकर बर्बाद कर दिया. इस सरकार में सभी चीजों पर आपातकाल है. देश की मीडिया पर आपातकाल लगाने का काम कर दिया. उन्होंने कहा कि देश ने फादर स्टेन स्वामी को खोया है,आपने ना जाने कितनो को जेल में बंद कर खत्म कर दिया है. आप तो हर दिन संविधान की हत्या कर रहे है.
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