धनबाद(DHANBAD): इस आंकड़े पर आप भरोसा करें अथवा नहीं, लेकिन धनबाद में पिछले एक साल में आवारा कुत्तों ने 29000 से भी अधिक लोगों को काटा है .यह आंकड़ा सिर्फ सरकारी अस्पताल का है. निजी तौर पर जिसने भी कुत्ता काटने की सुई ली होगी, उनकी संख्या इस आंकड़े में नहीं है.
कुत्तों के बंध्याकरण करने का अभियान शुरू
अब राजस्थान की कंपनी कुत्तों की जन्म दर को नियंत्रित करेगी.धनबाद की विभिन्न सड़कों पर 12000 से भी अधिक स्ट्रीट डॉग्स लोगों को परेशान कर रहे हैं. अब इनकी जन्म दर को राजस्थान की कंपनी नियंत्रित करेगी. धनबाद नगर निगम क्षेत्र में एक बार फिर सड़क के आवारा कुत्तों को पकड़ने और उनका बंध्याकरण करने का अभियान शुरू होगा. पिछले एक साल से यह काम बंद था. निगम ने इसके लिए राजस्थान की नई एजेंसी का चयन किया है. एकरारनामा सहित कागजी करवाई पूरी होते ही एजेंसी अपना काम शुरू कर देगी.
एक कुत्ते के बंध्याकरण एजेंसी को मिलेगा ₹2000
नई एजेंसी के लिए निगम ने टेंडर निकाला था. टेंडर के आधार पर राजस्थान की द केयर ऑफ़ एनिमल सोसाइटी नमक एजेंसी को चयनित किया गया है. अब यही एजेंसी निगम क्षेत्र के आवारा कुत्तों को पकड़ेगी और फिर उनका बंध्याकरण करेगी. निगम के आदेश पर कंपनी ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है. एक कुत्ते के बंध्याकरण पर निगम एजेंसी को ₹2000 का भुगतान करेगा. आवारा कुत्तों को पकड़ने और उनका बंध्याकरण करने के लिए निगम ने 2 साल के भीतर दूसरी एजेंसी का चयन किया है. इससे पहले देवघर की एजेंसी को यह काम दिया गया था. उस वक्त दावा किया गया था कि 10 महीने में निगम क्षेत्र के 6000 कुत्तों का बंध्याकरण किया गया था.
पशु क्रूरता निवारण एक्ट के तहत ही करना होगा बंध्याकरण
निगम के अनुसार नई एजेंसी को आवारा कुत्तों का बंध्याकरण पशु क्रूरता निवारण एक्ट के तहत ही करना होगा. स्ट्रीट डॉग को जहां से पकड़ना है ,बंध्याकरण के बाद उन्हें वही ले जाकर छोड़ना भी होगा. बंध्याकरण के 72 घंटे तक कुत्ते को पशु चिकित्सकों की निगरानी में रखना होगा. सभी कुत्ते को खाने के साथ-साथ दवा भी एजेंसी को ही देनी है. धनबाद के विभिन्न सड़कों पर कुत्तों ने कोहराम मचा रखा है. रात के अंधेरे में इनका आतंक कुछ अधिक बढ़ जाता है.
रिपोर्ट:धनबाद ब्यूरो
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