Ranchi- पूर्व सीएम रघुवर दास ने ओडिशा के 26वें राज्यपाल के रुप में पद और गोपनीयता की शपथ ले ली है, ओडिशा उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस डॉ जस्टिस विद्युत रंजन षाड़ंगी ने राजभवन में आयोजित एक शपथ ग्रहण समारोह में उन्हे पद और गोपनीयता की शपथ दिलवायी. यहां बता दें कि रघुवर दास मंगलवार को ही ओडिशा पहुंच चुके थें, ओडिशा पहुंचते ही सबसे पहले उन्होंने पुरी में जगन्नाथ स्वामी का दर्शन कर महाप्रभू से ओडिशा के कल्याण की कामना की थी. इस शपथ ग्रहण समारोह में बोकारो विधायक विरंची नारायण, गंगोत्री कुजूर, और झारखंड विधान सभा के पूर्व स्पीकर डॉ दिनेश उरांव भी शामिल रहें.
पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाला एकलौता सीएम रघुवर दास
यहां ध्यान रहे कि रघुवर दास झारखंड के इकलौते ऐसे सीएम थें, जिनके द्वारा पांच वर्षों का कार्यकाल पूरा किया गया था. झारखंड में पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार के बाद भाजपा ने एक गैर आदिवासी को सीएम बना कर बड़ा प्रयोग किया था. लेकिन माना जाता है कि भाजपा का यह दांव नहीं चला और रघुवर दास को सीएम रहते हुए अपनी ही विधान सभा से हार का सामना भी करना पड़ा. जिसके बाद पार्टी की बड़ी फजीहत हुई.
इस हार के बाद भाजपा ने एक बार फिर से बाबूलाल पर खेला अपना दांव
जिसके बाद भाजपा ने एक बार फिर से पूर्व सीएम बाबूलाल के हाथ में पार्टी की कमान को सौंप दिया, जिसके बाद झारखंड भाजपा में इन दोनों के बीच सियासी टकराव की खबरें आने लगी, माना जाता है कि जैसे ही भाजपा के केन्द्रीय आलाकमान को इस बात की भनक लगी, रघुवर दास को राज्य की राजनीति से दूर करने का फैसला ले लिया गया, और आखिरकार रघुवर दास को ओडिशा का गवर्नर बना झारखंड की सियासत से दूर कर दिया गया.
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