रांची (RANCHI) कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में 138 वां स्थापना दिवस के मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने उपलब्धियां गिनाई मीडिया के समक्ष सारी बातों को रखते हुए कहा की देशभर में नफरत के माहौल को बदलकर मोहब्बत के माहौल में काम करना है. राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान 2 बार इस यात्रा में कन्याकुमारी से कश्मीर तक में शामिल होने का अवसर प्राप्त हुआ. जिसमें इंदौर और दिल्ली में यह मौका मिला. कार्यकर्ताओं के उत्साह और सहयोग से निश्चित रूप से एक बार और राहुल गांधी के कदम से कदम मिलाकर इस यात्रा में चलेंगे. इस यात्रा के दौरान उप यात्रा की गई झारखंड में उप यात्रा अव्वल रहा. केन्द्रीय अध्यक्ष और महासचिव वेणुगोपाल ने बधाई दी और प्रदेश प्रभारी के मार्गदर्शन में अच्छी उप यात्रा हुई. सभी प्रखंड और 24 जिलों के यात्रा में शिरकत किया. उत्साह से लबरेज होकर लोग यात्रा में शामिल हुए. प्रतिनिधि, बुद्धिजीवी वर्ग के लोग हो या चिकित्सक हो या युवा हो या महिलाएं सभी धर्म और सभी समुदाय के लोग जुड़े. जिस उद्देश्य के साथ राहुल गांधी निकले हैं कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा पर नफरत को मोहब्बत में बदलने के लिए निकल पड़े हैं. देश में एक नया संदेश दिया जा रहा है. आज हमने हिमाचल को जीत लिया है,कल पूरे हिंदुस्तान को जीतेंगे.
संवाद कार्यक्रम के माध्यम से कार्यकर्ताओं की बातों को समझने का प्रयास किया गया
स्थापना दिवस समारोह में इस महत्वपूर्ण दिन को पिछले 1 वर्ष के लेखा-जोखा को लोगों तक पहुंचाने के लिए आज का प्रेस कॉन्फ्रेंस रखा गया है. राज्य के सभी जिलों में जन जागरण अभियान का बेहतर तरीके से आयोजन किया गया.14 नवंबर पूरे राज्य का दौरा हुआ. लगातार जिला अध्यक्ष के साथ बैठक की गई. जिलों को समझने का प्रयास किया गया. राज्य के सभी जिलों में संवाद कार्यक्रम की शुरुआत की और प्रखंड स्तर तक संवाद किया गया और राज्य स्तर पर संवाद कार्यक्रम के माध्यम से कार्यकर्ताओं की बातों को समझने का प्रयास किया गया.
हमारी सरकार ने आरक्षण के लिए धरना प्रदर्शन पूरे प्रदेश में किया
सारी बातों का संकलन करके उसके अनुरूप आगे बढ़ा जा रहा है. संवाद कार्यक्रम के माध्यम से राज्य के तमाम सभी बड़े नेताओं के साथ बैठकर उनके विचारों को संकलन करके उस पर कार्य करने का कार्य किया गया. राज्य में ईडी की कार्रवाई, महंगाई और 27% आरक्षण की बात हो हमारी सरकार ने आरक्षण के लिए धरना प्रदर्शन पूरे प्रदेश में किया.
संगठन की सदस्यता को साढ़े आठ लाख की संख्या 22 वर्षों में पहली बार हुआ
ओबीसी के अध्यक्ष बधाई के पात्र हैं. संगठन में फ्रंट ऑर्गेनाइजेशन ने कदम से कदम मिलाकर संगठन सशक्तिकरण का कार्यक्रम चला रही है. उसे सफल बनाने में अपनी भूमिका निभाई है. कार्यकर्ताओं के द्वारा लगातार जनता की आवाज को बुलंद किया गया. प्रखंड में पंचायत में गांव के लोगों को की समस्याओं को लगातार ले जाकर अधिकारी के पास रखते हैं. उनके वेदना को सरकार से अधिकारी के माध्यम से जन सेवा का मौका दिया गया. संगठन की सदस्यता को साढ़े आठ लाख की संख्या 22 वर्षों में पहली बार हुआ. डिजिटल प्लेटफॉर्म का प्रयोग करके ढाई लाख पूरा किया गया. लगातार सदस्यता अभियान जारी है. सदस्यता गति को तेज करने के लिए उस कार्य को तरीके से किया जा रहा है. पूरी प्रोसेस के तहत प्रखंड अध्यक्षों की नियुक्ति की गई. 319 प्रखंडों में 280 प्रखंड की कमेटी अभी तक बन चुकी है. यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कमेटियां वर्षों से नए तेवर और नए कलेवर के साथ नहीं आ पाई थी, लेकिन अब सभी प्रखंडों में मजबूती के साथ 35 से 50 लोगों की कमेटी बनाई गई है. ऐसे में सभी लोगों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. पिछले 6 वर्षों से कमिटी नहीं बनने के कारण प्रदेश में कमेटी होने से जिलों की मॉनिटरिंग प्रखंडों की विधानसभा की मॉनिटरिंग उस प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है.
सभी जिला अध्यक्षों को दिया गया निर्देश
जिला अध्यक्ष जो 5 वर्षों से बने हुए हैं,उनको बदलने के लिए 5 वर्षों से अधिक लोग को देखकर बदला गया है .15 दिनों के अंदर ही उन्हें कमेटी बनाने का निर्देश दे दिया गया है, और सभी जिला अध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि सभी 20 प्रखंडों में जाकर भौतिक रूप से यह देखें कि प्रखंड कार्यालय है या नहीं अगर है तो उनकी स्थिति क्या है. प्रखंड कमेटी के बैठक में लोग आ रहे हैं या नहीं सभी लोगों की उपस्थिति अनिवार्य रखी गई है. क्योंकि पहले नाम रहता था, लेकिन लोग सक्रिय नहीं रहते हैं. जिलाध्यक्ष पूरी लेखा-जोखा के साथ रिपोर्ट जमा करेंगे. आने वाले समय में जिलों की जिम्मेदारी दी जाएगी. 2024 के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना है. इसके लिए संघर्ष अभी जारी है, और आगे भी जारी रहेगा. प्रखंड अध्यक्षों के सम्मेलन में नवनियुक्त प्रखंड अध्यक्ष बनते ही उन्हें यह एहसास करा दिया गया कि आप प्रखंड अध्यक्ष हैं. प्रदेश के प्रतिनिधि हैं उनकी उपस्थिति को अनिवार्य रखा गया और उन्हें जिम्मेदारी दिया गया सम्मान के साथ जिम्मेदारी दिया गया कि संगठन को कैसे सशक्त करना है.
प्रखण्ड में संगठन को करें मजबूत
सभी डेलिगेट्स को यह जिम्मेदारी दी गई है कि प्रखंड में जाकर प्रखंड को कैसे मजबूत करना है प्रखंड की जिम्मेदारी लेते हुए सभी लोगों ने अपनी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन भी शुरू कर दिया है. अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाने के लिए कांग्रेस के हिस्सेदारी को बेहतर करने के लिए उसे कामयाबी भी मिली है
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