Bokaro :- कभी-कभी छोटी-छोटी लापरवाही और अनदेखी भी भारी साबित होती है. इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है. ऐसा ही कुछ हुआ बोकारो में रहने वाले एक दंपत्ति के साथ. सर्दी की इस रात में घर में चूल्हा जलाकर सोए दंपत्ति का दम घुटन लगा. जिससे पति की मौत हो गयी, जबकि पत्नी बेहोश हो गयी
पति की हो गयी मौत
दम घुटने की वजह ये रही की कमर में वेंटिलेटर नहीं था. इस कारण घर में जल रहे चूल्हे का धुआं बाहर नहीं निकल सका. इतनी बड़ी घटना से परिजनों को रो-रोकर तो बुरा हाल है ही. इसके साथ ही आस पास के इलाके में भी इसे लेकर काफी चर्चा और हैरानगी है.
यो दुखद घटना बोकोरा जिले के पेटरवार थाना क्षेत्र के पिछरी की है. ईट व्यवसायी विश्वनाथ मिश्रा और उनक पत्नी कविता मिश्रा मंगलवार की रात कमरे में सोए हुए थे, ठंड के चलते कोयला का चूल्हा जलाकर छोड़ दिया था.
सुबह-सुबह जब पुत्र श्रीकांत उठा तो देखा कि मता-पिता कमरे से बाहर नहीं निकल रहे है, तो उसने आवाज लगायी, फिर भी कोई असर नहीं हुआ. तो इसके बाद खिड़की से झांका तो कमरे में कोई हलचल नहीं दिखी . आनन-फानन में दरवाजा तोड़कर कमरे में प्रवेश किया , तो दोनों बेसुध बिस्तर से नीचे गिरे हुए थे.
कमरे में वेटिंलेटर नहीं रहने का खामियाजा
इस दौरान नजदीक में ही कोयले का चूल्हा रखा हुआ था. तुरंत दोनों सीसीएल केंद्रीय अस्पताल ढोरी ले जाया गया. डाक्टरों ने विश्वनाथ मिश्रा को मृत घोषित कर दिया . जबकि, कविता मिश्रा को बेहतर इलाज के लिए बोकारो रेफर कर दिया गया. कविता को चास चेकपोस्ट के पास एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि विश्वनाथ पिछरी बड़का तालाब के नजदीक तीन महीने पहले बनाए अपने घर में रह रहे थे.
चार फरवरी को उन्होंने अपने बड़े पुत्र सिद्धार्थ मिश्रा की धूमधाम से शादी कराई थी. इसके बाद इतना बड़ा हादसा हो गया. जिस कमरे में दंपती सोए थे, उसमें वेंटिलेटर नहीं हैं , कमरे में एक खिड़की और एक दरवाजा है जो अंदर से बंद था. आशंका है कि चूल्हे से निकला धुआं कमरे में भर गया और दोनों का दम घुट गया.
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