सरायकेला(SARAIKELA): सरायकेला में जंगली हाथियों ने दहशत कायम कर रखा है न तो इसकी सुध वन विभाग को है न ही प्रशासन को. इस बार जंगली हाथी ने 10 वर्षीय बच्चे को पैरों से कुचलकर मार डाला. जिसके बाद फिर से जंगली हाथियों के उपद्रव से गाँव में सन्नाटा पसरा है. मृतक बालक की पहचान तिरुलडीह थाना क्षेत्र के डाटम गांव निवासी विभीषण महतो के पुत्र लालमोहन महतो के रूप में हुई है. मामले की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम और पुलिस कार्रवाई में जुट गई है.
जानकारी के अनुसार मृतक बालक लाल मोहन अपने पिता के साथ कुड़कु बाजार से मुर्गी बेच कर लौट रहा था. घर पहुंचने से पहले शौच के लिए पास के खेत में गया था. तभी वहां पहुंचे जंगली हाथी ने उसपर हमला कर दिया और पैरों से कुचल कर सूंढ़ में लपेटकर उसे मार डाला. लाल मोहन डाटम मध्य विद्यालय का छात्र था.
घटना के बाद लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जुट गई. स्थानीय लोग और परिजन मौके से बच्चे के शव को उठाकर घर ले गए. इसके बाद से ही ग्रामीणों मे दहशत एवं वन विभाग की लापरवाही के प्रति रोष व्याप्त है. मृतक के आवास पर वन विभाग की टीम और पुलिस पहुंची और कागजी कार्रवाई पूर्ण किया. पुलिस शव को थाना ले जाना चाहती थी परंतु वन विभाग के अधिकारियों के आने तक परिजनों ने शव को ले जाने नहीं दिया .
घटना की सूचना मिलते ही समाजसेवी व आजसू पार्टी के केन्द्रीय सचिव हरेलाल महतो पीड़ित परिवार परिवार के घर पहुंचे और उन्हें सांत्वना दी. बच्चे के पिता अपने दस वर्षीय बेटे की मृत्यु के सदमे से मूर्छित हो गए जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. इस घटना से क्षुब्ध ग्रामिनी परिजनों व समाजसेवी ने वन विभाग के लापरवाह रवैये को जमकर कोसा.
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