साहिबगंज(SAHIBGANJ):साहिबगंज जिले के चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता सह पर्यावरण प्रेमी सैयद अरशद नसर की ओर से जिले के नामचीन पत्थर कारोबारी महाजन पट्टी निवासी कन्हैया खुडानियां के खिलाफ नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल NGT पूर्वी जोन कोलकाता में याचिका दायर किया गया है. जिसके बाद कन्हैया खुडानियां ईडी के रडार पर है.याचिका में नसर ने कन्हैया खुडानियां पर आरोप लगाया है कि दो साल पहले इनके द्वारा वन क्षेत्र में अवैध रूप से खदान बनाकर पत्थर का बड़े पैमाने पर खनन और परिवहन किया गया है, जिसको लेकर वन विभाग ने कन्हैया खुडानियां के खिलाफ दो वर्ष पूर्व साहिबगंज एसडीजीएम कोर्ट में मामला भी दर्ज कराया है.
कन्हैया खुडानियां के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है
वहीं कन्हैया खुडानियां के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.इसी मामले को लेकर नसर ने कन्हैया खुडानियां द्वारा वन क्षेत्र को भारी पैमाने पर नुकसान पहुंचाने, जंगली जीव-जंतु,पेड़ पौधों को क्षति पहुंचाने, बड़े पैमान पर सरकारी राजस्व की चोरी करने और प्रदुषण फैलाने को लेकर कन्हैया खुडानियां की गिरफ्तारी और इनपर भारी पर्यावरण क्षतिपुर्ति जुर्माना लगाने की गुहार लगाई है. वहीं संरक्षण देनेवाले पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की एनजीटी से निवेदन किया है. नसर ने इस मामले में राज्य के खान सचिव,खान-निदेशक,वन पर्या वरण सचिव,सदस्य सचिव,झारखंड राज्य प्रदु षण बोर्ड,जिले के उपायुक्त,पुलिस अधीक्षक डीएफओ,खनन पदाधिकारी समेत कन्हैया खुडानियां को प्रतिवादी बनाया है.
मामला दर्ज होने के बाद पत्थर कारोबारियों और भ्रष्ट पुलिस पदाधिकारियों में हड़कंप
मामला दर्ज होने के बाद पत्थर कारोबारियों-माफियाओं और भ्रष्ट पुलिस प्रशासनिक पदाधिकारियों में हड़कंप मच गया है. आपको बतायें कि ईडी के द्वारा कन्हैया खुडानियां के घर पर छापा भी पड़ चुका है,और ईडी ने इन्हें समन भेज कर ईडी कार्यालय बुलाया है.बता दें कि राजमहल पहाड़ को बचाने और संवर्धन के साथ अवैध रूप से संचालित सभी स्टोन माईंस और क्रशर को बंद कराने,गंगा नदी को प्रदूषण से बचाने और लकड़ी माफियाओं के ख़िलाफ़ नसर द्वारा एनजीटी में दायर तीन-तीन याचिकाओं पर भी सुनवाई चल रही है.कन्हैया खुडानियां के खिलाफ दायर याचिका पर जल्दी सुनवाई होने की संभावना है. अब सभी की नजरें इस मामले की होनेवाली सुनवाई पर टिकी है.
रिपोर्ट-गोविंद ठाकुर
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