धनबाद(DHANBAD): धनबाद के कतरास की रूपा कुमारी का एक ही मकसद है, देश की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराना और इसके लिए वह जी तोड़ मेहनत कर रही है. हालांकि इस अभियान में काफी खर्च होते हैं, इसलिए वह यही चाहती है कि झारखंड सरकार उसे कुछ मदद कर दे, जिससे उसका खुद का तो नाम होगा ही, झारखंड का नाम भी पूरे देश में जगमग करने लगेगा. टीवी पर नेशनल ज्योग्राफिक चैनल देखकर उसे शौक हुआ. देश के कई पर्वत श्रृंखलाओं की चढ़ाई कर चुकी रूपा कुमारी ने फिलहाल नया रिकॉर्ड बनाया है. माइनस 22 डिग्री तापमान में 22000 फीट ऊंची अरुणाचल प्रदेश के गोरी चीन पर चढ़ाई की है. इस चोटी पर पहुंचने के लिए कई कठिनाइयों को पार करना पड़ा, दरअसल आर्मी -नेवी के जवानों के साथ 97 लोगों के लिए अरुणाचल प्रदेश के गोरी चीन पर ग्लेशियर ट्रेनिंग हो रही थी. रूपा भी इस दल का हिस्सा थी.
कई बार ऑक्सीज़न की कमी ने किया परेशान
उसके अनुसार इस दौरान कई बार ऑक्सीजन की कमी हो गई. ट्रेनिंग लेने जा रहे एक सदस्य की ठंड से हालत खराब हो गई. उन्हें वापस लौटना पड़ा, रूपा का कहना है कि उसका मकसद देश की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा लहराना है. रूपा ने पिछले साल 15 अगस्त को हिमाचल प्रदेश के यूनम पीक , जिसकी ऊंचाई 6000 मीटर है, उस पर तिरंगा लहराया था. 2017 में उसने ट्रेकिंग की शुरुआत की थी. शुरू में घरवाले इसका विरोध कर रहे थे. उनका मानना था कि लड़कियां इतनी ऊंचाई पर कैसे चढ़ पाएगी ,लेकिन ऐसा है नहीं. रूपा को भरोसा है कि एक न एक दिन विश्व की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ कर ही रहेगी.
ऊर्जा की धरती है धनबाद कोयलांचल
धनबाद कोयलांचल ऊर्जा की धरती है. यहां के लोगों पर लक्ष्मी और सरस्वती की बराबर -बराबर की कृपा है. एक से एक पढ़े-लिखे लोग भी यहां से निकले हैं तो बड़े-बड़े खिलाड़ी भी धनबाद ने दिए है. यह अलग बात है कि कोयलांचल में खेल को प्रोत्साहन देने के लिए मुकम्मल व्यवस्था नहीं है. एक अदद स्टेडियम के लिए धनबाद तरस रहा है. सिर्फ जमीन मिल जाए तो क्रिकेट एसोसिएशन खुद के खर्चे पर स्टेडियम तैयार कर लेगा. लेकिन धनबाद को जमीन नहीं मिल रही है. कई ऐसे भी खिलाड़ी है, जो बुरे दिन के दौर से गुजर रहे है. उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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