सरायकेला(SARAIKELA):सरायकेल खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल अंतर्गत चैनपुर गांव के जंगल में रॉयल बंगाल टाईगर ने तीन दिनों से डेरा डाल रखा है. वन विभाग की अनदेखी की वजह से कभी भी बड़ी घटना की हो सकती है. रॉयल बंगाल टाईगर के भय से लोगों का घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है.चैनपुर गांव के एक परिवार के लोगो ने दावा किया है कि रात के लगभग 9 बजे उनके घर के आंगन के सामने रॉयल बंगाल टाईगर खड़ा था.यह बाघ विगत तीन दिनों से चैनपुर गांव के चांडिल डैम के मुख्य नहर के ऊपरी जंगल के एक गुफा में रहता है, लेकिन वाइल्ड लाइफ की ओर से कोई पदाधिकारी ने इसकी सुध अब तक नहीं लिया है.वहीं चांडिल वन क्षेत्र के पदाधिकारी की टीम निरीक्षण करने पहुंची, तो लोगो का वन विभाग के प्रति नाराजगी देखी गयी.
सरायकेला में खुलेआम घूम रहा है रॉयल बंगाल टाईगर
ग्रामीणों ने बताया कि यह नर मादा बाघ है.जो इस क्षेत्र में खुलेआम घूम रहा है, बाघिन से रोजाना किसी ना किसी का सामना हो रहा है, लेकिन वन विभाग की ओर से अब तक बाघिन को पकड़ा नहीं जा सका है, जिससे लोगों को जान का डर सता रहा है.ग्रामीणों का कहना चांडिल वन क्षेत्र पदाधिकारी की ओर से अब तक टाईगर को नहीं पकड़ा गया है.जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.
वन विभाग को नहीं है फिक्र
ग्रामीणों की मांग है कि वन विभाग जल्दी बाघिन का रेस्क्यू करके उसे पकड़े, वरना लोगों की जान जा सकती है, आखिर कब तक ग्रामीण घरें में बंद रहेंगे.वन विभाग की लापरवाही को देखते हुए ग्रामीणों ने अपनी सुरक्षा को लेकर आपसी सहमती से पहरेदारी करने का विचार किया है.लोग अपने स्तर से अपनी सुरक्षा करने के लिए मजबूर हो चुके है. हालंकि वन विभाग की ओर से इस संबंध में बाघिन के होने की कोई पुष्टि नहीं की गई है, जिसको लेकर लोगों में आक्रोश है.
रिपोर्ट-वीरेंद्र मंडल
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