धनबाद(DHANBAD): अगर धनबाद से लेकर रांची तक के सूत्रों पर भरोसा किया जाए ,तो बाघमारा कांड कई ऐसे -ऐसे चेहरों को बेनकाब करने जा रहा है, जो अब तक बालू में गर्दन छुपा कर पर्दे के पीछे से खेल कर रहे थे. बाघमारा कांड में आउटसोर्स संचालकों का "गणित" और "अर्थभोगी खेल" भी उजागर हो सकता है. संचालक पर पहली दफा शिकंजा कस सकता है. हिल टॉप राइजिंग आउटसोर्स के संचालक भी पुलिस के निगाह में है. जांच की कार्रवाई तेज है. अगर जांच आगे बढ़ी तो यह भी सामने आ जाएगा कि आउटसोर्स कंपनियां चलाने वाले किस तरह से लोगों को अपने स्वार्थ में लड़ाते - भिड़ाते है. लोग लड़ते-भिड़ते क्यों हैं, इसका भी खुलासा हो सकता है. राजनीतिक दल के लोगो को हायर करने का भी पता चल सकता है.
बाघमारा कांड के आधार पर जाँच आगे बढ़ी ,तो कई चहरे होंगे बेनकाब
अगर बाघमारा कांड को आधार बनाकर पुलिस जांच को आगे बढ़ाई तो कोयलांचल में चल रहे आउटसोर्सिंग की आड़ में जो खेल हो रहे हैं, उसका भी खुलासा हो सकेगा. इधर ,बाघमारा कांड को लेकर धनबाद पुलिस रेस है.इस घटना के बाद धनबाद से लेकर रांची तक सक्रियता बनी हुई है. उत्तरी छोटानागपुर जोन के वरीय पुलिस अधिकारी भी धनबाद में कैंप किए हुए हैं. सरकार का भी पुलिस पर दबाव है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद इस मामले में लगातार अपडेट ले रहे हैं. उन्होंने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही साथ इस घटना में घायल डीएसपी पुरुषोत्तम कुमार सिंह के पिता से भी मुख्यमंत्री ने बात की है. उन्हें भरोसा दिया है कि चिकित्सा की हर सुविधा दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने घायल डीएसपी के पिता से कहा कि सरकार परिवार के साथ है. जो भी जरूरत पड़ेगी, सरकार उसे पूरा करेगी. साथ ही उन्होंने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
अब तक तीन थानेदार किये गए सस्पेंड
इधर, महुदा के थानेदार को भी सस्पेंड कर दिया गया है. इसके पहले मधुबन और धर्मा बांध के थानेदार भी निलंबित किये जा चुके हैं. उन पर कर्तव्य में लापरवाही का आरोप लगा है. इस बीच पता चला है कि शुक्रवार को पुलिस कई जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की. जोनल आईजी के नेतृत्व में पुलिस टीम घटनास्थलों का निरीक्षण किया. गिरिडीह के सांसद कार्यालय भी अधिकारी पहुंचे और जांच पड़ताल की. इधर, गिरिडीह के सांसद का कहना है कि उनके कार्यालय में आग लगाने की शिकायत करने के बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है. उन्होंने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर इस पर नाराजगी व्यक्त की है. इस मामले को लेकर अब तक तीन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. 100 से अधिक लोगों पर केस किया गया है. घटना के लिए कथित जिम्मेदार एक पक्ष कारू यादव को भी नामजद किया गया है.
गिरिडीह के सांसद ने डीसी और एसएसपी को लिखा है पत्र
गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने उनके आवासीय कार्यालय में लूटपाट आगजनी और सहयोगियों पर जानलेवा हमला करने को लेकर धनबाद डीसी और एसएसपी को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है कि 9 जनवरी को वह रेलवे की बैठक को लेकर कोलकाता में थे. फोन पर घटना की जानकारी मिली. डीएसपी की हत्या का प्रयास कर अपराधियों ने पुलिस को चुनौती दी है. इधर, डुमरी के विधायक जयराम महतो ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बाघमारा डीएसपी पर हमले की निष्पक्ष जांच व दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में विधायक जयराम महतो ने कहा है कि यह घटना कानून व्यवस्था और पुलिस प्रशासन की गरिमा को चुनौती और माफिया के मनोबल को मजबूती देती है. पुलिस इस बार कठोर रुख अपनाए हुए हैं. अगर इस बार भी पुलिस चूक गई तो माफिया का मनोबल इतना बढ़ जाएगा, कि जो जी में आएगा, करेंगे .बीसीसीएल की कार्य प्रणाली भी जाँच के घेरे में आ सकती है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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