धनबाद(DHANBAD): धनबाद के नए एसएसपी एचपी जनार्दन यहां कार्यभार संभाल लिए है. लेकिन नए पुलिस कप्तान के पास नई टीम बनाना बड़ी चुनौती होगी. यह बात अलग है कि डीआईजी के पद पर धनबाद के पहले एसएसपी रहे सुरेंद्र कुमार झा ने भी कार्यभार ग्रहण कर लिया है. उन्हें भी धनबाद की पूरी जानकारी है. वैसे, तो एसएसपी भी 7 साल पहले ग्रामीण एसपी के रूप में यहां काम कर चुके है. लोकसभा चुनाव के पहले धनबाद में पुलिस का चेहरा पूरी तरह से चेंज हो जाएगा. और यहीं से शुरू होंगी नए एसएसपी की चुनौतियां. कुख्यात अपराधियों से निपटने के लिए तेज -तर्रार अधिकारियों की टीम बनानी होगी और अब यह नई टीम ही धनबाद में सक्रिय अपराधियों से निपटेगी.
लोक सभा का चुनाव बनेगा कारण
प्रिंस खान गैंग और धनबाद जेल में अमन सिंह हत्या मामले को लेकर जांच पड़ताल करने वाले, जानकारी जुटाने वाले पुलिस अधिकारियों की 31 जनवरी से पहले धनबाद से जाना पड़ सकता है. यह सब लोकसभा चुनाव को देखते हुए होगा. धनबाद में फिलहाल 36 इंस्पेक्टर है. इनमें से चार का प्रमोशन पहले ही डीएसपी के रूप में हो चुका है. बाकी बचे 32 इंस्पेक्टर्स में से 30 का कार्यकाल यहां 3 साल या इससे अधिक हो गया है. सूत्र तो यह भी बताते हैं कि जिले के थानों की व्यवस्था से लेकर अनुसंधान करने वाले 20 18 बैच के 196 सब इंस्पेक्टर को भी धनबाद से जाना पड़ सकता है. यह सभी अधिकारी " 2019 से ही धनबाद में पदस्थापित है. इसके अलावा प्रमोशन पाकर धनबाद में पदस्थापित 29 दारोगा भी तबादले की लाइन में है.
कई तेज -तर्रार अधिकारियों को पड़ सकता है जाना
धनबाद में कुछ तेज -तर्रार पुलिस अफसर हैं, जो हर कांड में अनुसंधान में आगे- आगे नजर आते थे. लेकिन अब इन्हें जिला छोड़ देना होगा. क्योंकि इनका 3 साल का कार्यकाल पूरा हो गया है या होने जा रहा है. इसमें कई थानों के प्रभारी भी शामिल है. इंस्पेक्टर और दारोगा ही नहीं ,धनबाद के कई डीएसपी भी तबादले की लाइन में है. लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी को छोड़कर सभी डीएसपी का कार्यकाल या तो 3 साल पूरा हो चुका है या 30 जून से पहले पूरा हो रहा है. डीएसपी मुख्यालय अमर कुमार पांडे की धनबाद में पोस्टिंग 27 मई 2021 को हुई थी. ट्रैफिक डीएसपी, सिंदरी डीएसपी, बाघमारा एसडीपीओ 2020 से ही धनबाद में है. साइबर डीएसपी भी 3 साल से अधिक समय से धनबाद में है.
सिटी और ग्रामीण एसपी है पहले से
इससे पहले की अगर बात की जाए तो आईपीएस में प्रमोशन पाने वाले निरसा के एसडीपीओ पीतांबर सिंह खरवार को दुमका और डीएसपी मुख्यालय दो अरविंद कुमार सिंह को हजारीबाग का एसपी बनाया जा चुका है. यह बात अलग है कि सिटी एसपी अजीत कुमार और ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी पहले से धनबाद में है. इन्हें यहां के अपराधी गिरोह के बारे में बहुत सारी जानकारी है. इसका लाभ एसएसपी को मिल सकता है. इधर, सुरेंद्र कुमार झा भी डीआईजी का कार्यभार ग्रहण कर लिए है.कोयला चोरी के लिए भी कुख्यात हो गया है यह जिला. देखना है नए एसएसपी नई टीम के साथ कैसी योजना बनाते हैं और उनकी योजनाएं कितनी सफल होती है. इधर , पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद रंगदारी मांगने का सिलसिला रुक नहीं रहा है. मुख्यमंत्री ने भी अपने चार साल के कार्यकाल पूरा होने के बाद कहा था कि धनबाद में पुलिस व्यवस्था को बदला गया है. इसका सकारात्मक परिणाम दिखेगा.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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