शर्मनाक: दुष्क'र्म पीड़िता बनी मां, लाचार पिता ने कराया प्रसव, जानिए क्या हुआ इसके बाद


चाईबासा (CHAIBASA): सिंहभूम जिला के कुमारडुंगी प्रखंड क्षेत्र से दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया है. प्रसव पीड़ा से तड़प रही एक युवती को उसके पिता ने मजबूरन घर में ही प्रसव कराना पड़ा. लेकिन आपको ये जानकर और भी ज्यादा हैरानी होगी, कि क्यों उस युवती की मदद करने के लिए कोई भी आगे नहीं आया.
क्या है मामला
दरअसल, जिस नाबालिग ने बच्चे को जन्म दिया है. वो दुष्कर्म की शिकार हो चुकी है. दुष्कर्म के बाद ही वो गर्भवती हुई. वहीं बीते मंगलवार की रात करीब 11 बजे नाबालिग युवती को प्रसव पीड़ा होने लगी. घर में नाबालिग के अलावा उसके पिता थे, बेटी को पीड़ा होता देख पिता ने गांव के कुछ लोगों से मदद भी मांगी, लेकिन लोगों ने सिर्फ इसलिए मदद करने से इनकार कर दिया, क्योंकि वो दुष्कर्म पीड़िता थी.
पिता ने बेटी का कराया प्रसव
उधर, गांववालों से मदद नहीं मिलने पर पिता की मदद से युवती ने एक बच्चे को जन्म दिया. पिता ने किसी तरह से बेटी का प्रसव कराया. पिता के मुताबिक बच्चे के जन्म के बाद भी बच्चे और मां के बीच जुड़ा नाड़ी करीब 14 घंटे तक जुड़ा रहा, हालांकि पिता ने किसी तरह से हिम्मत कर के वो नाड़ा काटा.
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कहां है स्वास्थ्य विभाग
मामले को 24 घंटे से ज्यादा हो गए है. लेकिन अभी तक न तो गांव के किसी व्यक्ति ने मदद की है, न ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से मदद की कोई पहल की गई है. पिता का कहना है कि दुष्कर्म का आरोपी अभी भी बाहर घूम रहा है. लेकिन उसके खिलाफ कार्रवाई तक नहीं की गई है. उधर जैसे ही इस बात की जानकारी आसपास के गांव वालों को लगी लोगों के बीच ये चर्चा का विषय बन गया. लोग इसके बारे में चर्चा तो कर रहे हैं, लेकिन कोई भी मदद करने को तैयार नहीं है.
ऐसे दिया दुष्कर्म को अंजाम
पिता ने बताया कि वो गांव में ही चरवाहे का काम करता है, वो दिन में मवेशियों को चराने के लिए बाहर जाता है. जबकि घर में उसकी बेटी अकेली रहती है. दो बेटे भी हैं, लेकिन रोजगार की तलाश में वो अपने गांव से पलायन कर गए. पिता के मुताबिक जब वो मवेशियों को चराने के लिए बाहर चले जाया करते थे, तब गांव का ही एक 28 वर्षीय युवक उसके घर में घुस जाया करता था, बेटी के साथ दुष्कर्म करता था. लेकिन बेटी ने इज्जत बचाने के कारण कभी भी पिता को ये सब नहीं बताया.
मामले का खुलासा
मामले का खुलासा तब हुआ जब नाबालिग युवती गर्भवती हो गई। हालांकि तब तक युवती करीब साढ़े 6 महीने की गर्भवती हो चुकी थी, लिहाजा बच्चे को जन्म देने के अलावा कोई और उपाय नहीं था. हालांकि जब इस मामले का पता पिता को चला, तो वो मुंडा सनातन पिंगुवा से न्याय की गुहार लगाने गए, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी. पिता का कहना है कि उन्होंने तो कभी थाना-कोर्ट-कचहरी नहीं किया है. इसीलिए उन्हें इनसब की समझ नहीं है.
पुलिस ने जानकारी होने से किया इनकार
वहीं इस मामले में स्थानीय थाना प्रभारी टिंकु कुमार का कहना है कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. अभी तक इस मामले में थाने में किसी ने शिकायत दर्ज नहीं करवाई है. अगर मामले में शिकायत मिलती है. तो कार्यवाही जरूर की जाएगी.
रिपोर्ट: संतोष वर्मा, चाईबासा
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