धनबाद(DHANBAD): टेंडर जारी हो चुका है, अब जल्द ही झारखंड के जसीडीह रेलवे स्टेशन पर प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र का स्टाल खुल जाएगा. आसनसोल रेल मंडल ने प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र खोलने के लिए जसीडीह स्टेशन का चयन किया है. आसनसोल रेल मंडल के कमर्शियल विभाग ने इसका सर्वे किया है. आसनसोल रेल मंडल के पांच स्टेशनों को चिन्हित किया गया है. जहां प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे. प्रथम चरण में जसीडीह रेलवे स्टेशन के बाहर इसे खोलने का निर्णय हुआ है. इसके लिए टेंडर भी निकाला जा चुका है. दूसरे चरण में दुर्गापुर, मधुपुर, अंडाल और रानीगंज में खोलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. मालदा स्टेशन पर पहले से ही औषधि केंद्र खोला गया है.
1963 दवाएं और 293 सर्जिकल उपकरण शामिल है.
अगर यह सब हो गया तो लोगों को कम कीमत में अच्छी दवा मिल सकेगी. वैसे ,तो रेल यात्रियों को सस्ती दर पर गुणवत्तापूर्ण दवा उपलब्ध कराने के लिए 61 स्टेशनों का चयन किया है. रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों और आम लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए और गुणवत्तापूर्ण दवा उपलब्ध कराने के लिए यह सब प्रयास किया जा रहे है. प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र का उद्देश्य सभी लोगों विशेष कर गरीब और वंचितों के लिए सस्ते मूल्य पर गुणवत्ता पूर्वक दवा उपलब्ध कराना है. जिससे कि स्वास्थ्य में होने वाले खर्च को कम किया जा सके. प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र में विभिन्न उत्पादों के 1963 दवाएं और 293 सर्जिकल उपकरण शामिल है.
देश के 61 स्टेशनों पर खोलने की है योजना
आपको बता दे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र के उत्पादों में कई आयुर्वेदिक उत्पादों को भी शामिल किया गया है. अगर सचमुच रेलवे देश के 61 स्टेशनों पर जन औषधि केंद्र खोल दिया और इसका सुचारू संचालन शुरू हो गया ,तो एक बड़ी आबादी को बड़ी राहत मिल सकती है. खासकर गरीब लोगों को कम मूल्य पर अच्छी दवा उपलब्ध हो सकती है. अभी तो दवा निर्माता कंपनियों में होड़ है. डॉक्टर भी वही दवा लिखते हैं, जो उनके अगल-बगल की दुकानों में उपलब्ध है. यह तो प्रैक्टिस सब जानते हैं कि सब डॉक्टर की दवाएं, सब जगह उपलब्ध नहीं होती है. डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के हिसाब से दवा कुछ चुनिंदा दुकानों में ही मिलती है. इसका असर खरीदारों पर भी पड़ता है. दवा महंगी भी मिलती है. अगर जन औषधि केंद्र का कॉन्सेप्ट पर काम इमानदारी पूर्वक हुआ ,तो लोगों को बड़ी राहत मिल सकती है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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