धनबाद(DHANBAD): धनबाद रेल मंडल देश का सर्वाधिक राजस्व देने वाला मंडल बन गया है .इसकी ख्याति पूरे देश में है लेकिन धनबाद रेल मंडल का ट्विटर हैंडल शिकायतों से भरा हुआ है. कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आश्वासन भर मिल रहा है. सबसे अधिक शिकायतें हैं मेंटेनेंस और व्यवस्था की . पटना धनबाद एक्सप्रेस में सफर कर रहे एक यात्री ने शिकायत की है कि ऊपर वाली सीट का लॉक टूट कर लटका हुआ है. ऐसे में नीचे बैठे यात्री के साथ कभी भी घटना हो सकती है. शिकायत के बाद कर्मचारी सीट पर पहुंचकर उसकी स्थिति को देखा लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ.
किराया तो बढ़ गया लेकिन मेंटेनेंस नहीं हो पा रहा
बरवाडीह गोमो पैसेंजर ट्रेन के विलंब से चलने की शिकायत की गई है. ट्रेन रोजाना बरकाकाना से भंडारी डीह के बीच करीब एक घंटे विलंब से चल रही है. समस्या का निदान नहीं हो रहा है. गंगा सतलज एक्सप्रेस में सफर कर रहे यात्री ने पानी नहीं होने की शिकायत की है. शौचालय की स्थिति खराब है .इसमें पानी तक नहीं आ रहा है. शौचालय के पास ही कैटरिंग वाले व अन्य कूड़ा फेंक रहे हैं. कतरासगढ़ स्टेशन पर जनरल टिकट लेने पर पूरा प्रिंट नहीं आ रहा है. टिकट देने वाले से शिकायत करने पर कहा जाता है कि आप समझिए. कोलकाता अहमदाबाद एक्सप्रेस के एसी थ्री की स्थिति बहुत ही खराब है. अलेपी धनबाद एक्सप्रेस की भी शिकायत की गई है. इस ट्रेन से लोग इलाज कराने के लिए बाहर जाते हैं. इलाज के बाद चेन्नई, काटपाडी से लौटते हैं. ट्रेन के कोच में दरवाजा खराब है. इस कारण एसी की ठंडक बाहर चली जा रही है. ट्वीट करने के बाद मामले की शिकायत पर कार्रवाई की बात कही गई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. यात्रियों का कहना है कि ट्रेन का किराया बढ़ गया है. पैसे अधिक लगते हैं लेकिन सुविधाएं मिलती नहीं है. मेंटेनेंस विभाग आखिर क्या करता है. ट्वीट पर शिकायत दूर करने का रेलवे आश्वासन तो देता है लेकिन करता कुछ नहीं है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
4+