धनबाद(DHANBAD): शांतिपूर्ण आंदोलन और तथ्यों के बल पर बंद की गई धनबाद -चंद्रपुरा रेल लाइन को फिर से चालू कराने का इतिहास रचने वाले कतरास के आंदोलनकारी आज फुले नहीं समा रहे होंगे. गुरुवार को धनबाद के डीआरएम कमल किशोर सिन्हा ने कहा कि कतरास रेलवे स्टेशन पर पांच जोड़ी ट्रेनों को के ठहराव को रेलवे बोर्ड ने मंजूरी दी है. इसी महीने के सात या आठ सितंबर या उसके बाद से यह ट्रेनें कटरासगढ स्टेशन पर रुकने लगेंगी. .इन ट्रेनों में रांची भागलपुर वनांचल एक्सप्रेस ,रांची गोड्डा एक्सप्रेस, हटिया पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, कोलकाता अहमदाबाद एक्सप्रेस, कोलकाता मदार एक्सप्रेस शामिल हैं . 15 जून'2017 को ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे ने रेल लाइन को बंद कर दिया और कुल 19 सवारी रेल गाड़ियों एव 20 जोड़ी मालवाहक ट्रेनों का परिचालन रद्द कर दिया. कोई वैकल्पिक रुट का निर्धारण किये बिना रेलवे के इस निर्णय ने सबको चौकाया था. डीजीएमएस की रिपोर्ट को आधार बनाकर यह सब किया गया.इसके बाद तो कतरास सहित धनबाद के लोग आंदोलनरत हो गए. कई स्तर पर आंदोलन की शुरुवात की गई.
आंदोलन को दबाने का जितना प्रयास हुआ,फैलता गया
धीरे धीरे यह आंदोलन जनांदोलन बन गया. आंदोलन को दबाने का जितना प्रयास हुआ ,यह उतना ही फैलता गया. कोयलांचल में इस आंदोलन ने इतिहास बनाया और रेलवे और सरकार को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करना पड़ा. और रेल लाइन फिर से 6 'फ़रवरी '2019 से चालू हुई. कोई भरोसा नहीं कर रहा था की आंदोलनकारियों को सफलता मिलेगी. लेकिन हठी आंदोलनकारी , इतने टेक्निकल तथ्य जुगाड़ कर लिए थे कि जमीन पर आंदोलन चल रहा था और दूसरी टीम मंत्रियो,अधिकारियो से मिलकर फैक्ट्स बता रही थी .नतीजा हुआ की रेल लाइन चालू हो गई. सूत्रों के अनुसार जमीन से कम से कम 75 फ़ीट नीचे भूमिगत आग का स्टेटस जानने के लिए रियल मोनेटरिंग सिस्टम की मशीन लगाई गई थी,वह मशीन चोरी हो गई .
अगर आग है तो कंट्रोल करने में BCCL को रूचि नहीं
उसके बाद बीसीसीएल दूसरी मशीन लगाने में कोई रूचि नहीं दिखाई. सबसे बड़ी बात है कि बीसीसीएल द्वारा आग को कंट्रोल करने के लिए बांसजोडा-बसेरिया, तेतुलिया रेल लाईन के किनारे किये गये बोर हाॅल में सोडियम सिलिकेट (कैमिकल) डाला जाता था, जिसे अब डालना बंद कर दिया गया है.बहरहाल ,अब ट्रेनों के ठहराव को लेकर क्रेडिट लेने की होड़ शुरू हो गई है. कम से कम गिरिडीह ,धनबाद लोकसभा और बाघमारा विधानसभा को तो प्रभावित कर सकती है धनबाद -चंद्रपुरा रेल लाइन.2019 के चुनाव के पहले बंद लाइन चालू हुई थी ,अब 2024 चुनाव के पहले पांच जोड़ी के अलावा भी ट्रेनों के ठहराव की घोषणा हो जाये तो कोई आश्चर्य नहीं. गिरिडीह से अभी आजसू के सांसद है तो धनबाद से भाजपा के तो बाघमारा विधानसभा सीट भी अभी भाजपा के कब्जे में है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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