रांची(RANCHI): देश में एक ओर इंडिया गठबंधन की बैठक चल रही है तो दूसरी ओर संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है. इसे लेकर देश और राज्य में राजनीतिक तपिश बढ़ गई है. इंडिया गठबंधन में विशेष सत्र को लेकर भी रणनीति तैयार की जा सकती है.इस सत्र में वन नेशन वन इलेक्शन के प्रस्ताव के अलावा समान आचार सहिता और महिला आरक्षण के बिल को पेश किया जा सकता है.वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर कमिटी भी बना दी गई इसके अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद को बनाया गया है. लेकिन इन सब के बीच झामुमो केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सत्र संविधान को पलटने का सत्र हो सकता है.
विशेष सत्र को लेकर तमाम विपक्षी दल कई सवाल उठा रहे है.इसी कड़ी में झामुमो केन्द्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि विशेष सत्र संविधान को बदलने के लिए हो सकता है.विशेष सत्र को लेकर कई तरह के चर्चा जोर शोर से जारी है. एक तरफ इंडिया गठबंधन है जो केंद्र पर सवाल खड़ा कर रही है.तो दूसरी ओर भाजपा विशेष सत्र को ऐतिहासिक होने का दावा कर रही है.यह तो स्पष्ट हो गया है कि विशेष सत्र का भी हंगामेदार होने के पूरे आसार है. जिस तरह से मॉनसून सत्र हंगामेदार रहा उसी तरह इंडिया गठबंधन अडानी और अन्य मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ हंगामा करेगी. बता दे की 18 सितंबर से लेकर 22 सितंबर तक विशेष सत्र बुलाया जाएगा. इस सत्र में पाँच बैठक होगी.
4+