गिरिडीह (GIRIDIH): भाजपा नेता रघुवर दास सीएम हेमंत सोरेन पर बरसते हुए कहा कि सीएम बन गए हैं तो जो चाहे, सो करना है क्या, लोकतंत्र का उदाहरण है. खनन लीज मामला पूरी तरह से राजतंत्र के दुरुपयोग का जीता-जागता उदाहरण है. और यही गलती हेमंत ने अपनी पत्नी और प्रेस सलाहकार के नाम पर लीज पट्टा लेकर दोहरा दी। गलत किए हैं तो सजा भुगतनी होगी. यूपीए गठबंधन और सीएम हेमंत सोरेन यह ना समझे कि भाजपा इस मुद्दे पर चुप बैठेगी. लिहाजा, अब भाजपा राजभवन के अगले कदम के प्रतीक्षा में है. चुनाव आयोग के निर्देश के इंतजार में है.
चुनाव लड़ने की ताकत झामुमो में नहीं रह गई
रघुवर दास ने उक्त बातें गिरिडीह में पत्रकारों से कहीं हैं. वह रविवार को गिरिडीह के मधुबन में आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के समापन के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि अब चुनाव लड़ने की ताकत झामुमो, हेमंत सोरेन और यूपीए गठनबंधन में नहीं रह गई है. तीनों सिर्फ शिबू सोरेन को सीएम बनाने की जुगाड़ बैठा रहे हैं. राज्य में शिबू सोरेन को आदिवासियों का सबसे बड़ा नेता माना जाता है. लेकिन कभी झामुमो और हेमंत सोरेन ने बताने की हिम्मत भी नहीं की कि इतने सालों में शिबू और हेमंत सोरेन ने आदिवासियों के लिए किया क्या.

विधायकों के टूटने का खतरा न दिखाए सरकार – रघुवर दास
वहीं एक सवाल के जवाब में पूर्व सीएम दास झामुमो नेताओं पर भड़कते हुए कहा कि विधायकों के टूटने का खतरा झामुमो कभी भी भाजपा को दिखाने का प्रयास भी ना करे. भाजपा के विधायक झारखंडी मिट्टी के सांचे में ढले हुए है. उन्हें कब और क्या करना है, यह मार्गदर्शन विधायकों को भाजपा का नेत्तृव देता रहता है.
रिपोर्ट: दिनेश कुमार, गिरिडीह
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