जमशेदपुर (JAMSHEDPUR): भगवान गणेश का उत्सव भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि यानी 31 अगस्त से शुरू हो रहा है. बहुत कम दिन बचने के कारण लोग अब पूरे ज़ोर-शोर से घर की साफ-सफाई और पूजा कार्यक्रमों के कामों ने लग गए हैं. वहीं मुर्तिकार भी मूर्तियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए है. हालांकि राज्य में लगातार हो रही बारिश से मूर्तिकरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें न तो मिट्टी मिल पा रही है, और न ही मूर्तियों का सही दाम.
गणेश उत्सव पर लें ऐसी मूर्ति
कहा जाता है कि गणेश उत्सव के दौरान जो भी व्यक्ति पूरी श्रद्धा के साथ गणेश जी की पूजा विधिवत तरीके से करता है, उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है. अगर आप भी इस साल गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करने जा रहे हैं, तो पहले मूर्ति खरीदने से पहले ये बातें जान लें. जिससे कि पूजा का पूर्ण फल प्राप्त हो. भगवान गणेश की मूर्ति खरीदते समय उनकी मुद्रा पर जरूर ध्यान रखें. वास्तु के अनुसार माना जाता है कि ललितासन यानी बैठी हुई मुद्रा में गणेश जी की मूर्ति सबसे अच्छी होती है. घर में गणपति बप्पा की मूर्ति लाते समय इस बात का जरूर रखें कि मूर्ति में मूषक हो और हाथों में मोदक हो. क्योंकि मोदक भगवान को अति प्रिय है और मूषक गणेश जी का वाहन है।वास्तु शास्त्र के अनुसार आत्म विश्वास जगाने के लिए लाल सिंदूर के रंग की गणेश मूर्ति घर लाएं और सुख-समृद्धि और शांति के लिए सफेद रंग की गणेश जी की मूर्ति घर लाएं।इस दिशा में करें गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें.
रिपोर्ट: रंजीत ओझा, जमशेदपुर
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