धनबाद में लॉटरी से लूट, सात को पुलिस ने पकड़ा ,जानिए इस खेल के पूरे नेटवर्क को


धनबाद(DHANBAD): कोयलांचल में कोयला, लोहा, बालू से इतर लॉटरी का अवैध धंधा भी लाखों -करोड़ों की आमदनी का जरिया बना हुआ है. यह धंधा भी कोयले की तरह पासिंग कोड पर ही चलने की बात कही जा रही है. धनबाद के एक छोर से दूसरे छोर तक यह काम डंके की चोट पर किया जा रहा है. ऐसी बात नहीं है कि संबंधित थाने के थानेदारों को इसकी सूचना नहीं है, सब कुछ जानते हैं, फिर भी यह धंधा कंबल ओढ़ कर चलाया जा रहा है. आमदनी भी इस धंधे में कम नहीं है. पुलिस ने गोविंदपुर से 7 लॉटरी बेचने वाले को गिरफ्तार किया है.
पहले गोविंदपुर के महताब आलम उर्फ़ टिपू गिरफ्तार हुआ
इनके पास से भारी मात्रा में लॉटरी के टिकट, नगदी बरामद हुए है. पुलिस ने पहले गोविंदपुर के महताब आलम उर्फ़ टिपू को गिरफ्तार किया और उसकी निशानदेही अन्य लोग पकड़ में आये. जब कार्रवाई शुरू हुई तो प्याज के छिलके की भांति मामले परत दर परत सामने आने लगे. गुरुवार को डीएसपी वन अमर कुमार पांडे ने इसकी जानकारी पत्रकारों को दी. साथ ही कहा कि इस गैंग के 'किंगपिन' का पता चल गया है, पुलिस जल्द ही उसे सलाखों के पीछे भेजेगी. इधर, पता चला है कि भारी मात्रा में अवैध लॉटरी का टिकट गोविंदपुर बाजार में बाहर से उतरता है और फिर उसे कोयलांचल के विभिन्न इलाकों में खपा दिया जाता है.
पहले बाहर से मंगवाते थे, अब खुद प्रिंट कराते हैं
जानकारी के अनुसार पहले तो दूसरे राज्यों में छपे टिकट को धंधेबाज मंगाते थे. अब खुद का मार्का लगाकर छपवा रहे हैं और यह धंधा धनबाद के एक छोर से दूसरे छोर तक चल रहा है. इस धंधे का दुखद पहलू है कि अधिक पैसे की लालच में फंसकर गरीब लोग इसमें बर्बाद हो रहे हैं, परेशान हो रहे हैं, कईयों के तो घर में रोज कलह होता है. जो लोग टिकट खरीदते हैं,उन्हें नहीं मालूम कि पैसा तो उनको मिलने से रहा, फिर भी पता नहीं क्यों, वह टिकट खरीद कर खुद को बर्बाद करते है. डीएसपी वन में भी इस बात को स्वीकार किया कि गरीब और मेहनतकश लोगों को अवैध लॉटरी बेचने वाले लूट रहे है. पुलिस अगर स्पेशल टास्क फोर्स बनाकर पूरे जिले में एक साथ कार्रवाई हो तो बाहर के गैंग के भी शामिल होने का खुलासा हो सकता है. अभी हाल ही में झारखंड़ के साहिबगंज में भी भारी मात्रा में लॉटरी के टिकट पकड़ में आये थे.
धनबाद से ब्यूरो रिपोर्ट
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