उत्पाद विभाग ने पकड़ी 21 लाख रूपए की नकली शराब, कौन है तस्करी में शामिल और कैसे होता है धंधे का संचालन, जानिए


रांची (RANCHI): बीते दिन उत्पाद विभाग ने शराब के तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. विभाग ने तस्करी के लिए रखे एक हजार पेटी शराब की खेप बरामद किया. सूत्रों की माने तो शराब अरुणाचल प्रदेश से लाये गए थे जिसे बिहार भेजने की योजना थी. इसी बीच उत्पाद विभाग को इसकी सूचना मिली. सूचना मिलते ही उत्पाद विभाग ने छापेमारी शुरू की और रातू थाना क्षेत्र के गोसाई टोला के एक गोदाम से करीब 21 लाख रूपए की नकली शराब पकड़ी. जानकारी के अनुसार यहां पिछले एक साल से अवैध और नकली शराब का धंधा चल रहा था.

दो माफ़िया का नाम आया सामने
बीते दिन मामले को लेकर उत्पाद विभाग के अधिकारी प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि उत्पाद विभाग के अधिकारी को गुप्त सूचना मिली थी कि रातू थाना क्षेत्र में भारी मात्रा में शराब की खेप छुपा कर रखी गयी है. सूचना मिलने पर टीम ने छापेमारी की और रॉयल प्लेयर और अन्य ब्रांड के सैकड़ों पेटियां विदेशी शराब बरामद की. ये सभी शराब की बोतलें एक गोदाम में रखी गई थी. उन्होंने बताया कि शराब किसने मंगाई थी इसकी जांच की जा रही है. फिलहाल शराब जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. वहीं गुरुवार सुबह यह सूचना सामने आयी कि उत्पाद विभाग की टीम ने दो माफियाओं का नाम अंकित किया है, जो शराब तस्करी में शामिल है. इसमें हरेंद्र सिंह और सुनील उरांव का नाम सामने आया है.
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कैसे होता है धंधा
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में 150 रुपए में फुल बोतल सस्ती शराब मिलती है. उस पर सेल फॉर अरुणाचल ओनली लिखा रहता है. माफिया अरुणाचल गए ट्रकों पर नजर रखते हैं और वहां विक्रेता के जरिए थोक में सस्ती शराब खरीदकर रांची लाते हैं. इस काम के लिए वैसे ट्रकों का चयन किया जाता है जो वहां से बिल्टी वाले माल लेकर निकलती है. ऐसे में ट्रक ड्राइवर बड़े ही आराम से सस्ती शराब लोड कर रांची पहुंच जाता है और जहां चेक नाका पर पुलिस ट्रकों की चेकिंग करती है,वहां ड्राइवर बिल्टी दिखाकर पार हो जाते हैं.

शिक्षा मंत्री ने किया सम्मानित
उत्पाद विभाग की बड़ी कमियाबी के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने अवर निरीक्षक प्रदीप शर्मा को नगद देकर सम्मानित किया. बता दें कि रातू थाना क्षेत्र के गोसाई टोला में अवैध शराब तस्करी के खिलाफ उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में ही छापेमारी की गयी थी.
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