रांची (RANCHI): अस्पताल शिफ्ट किए गए पंकज मिश्रा. पिछले कई दिनों से सीआईपी में अपना इलाज करा रहे खनन मामले के आरोपी पंकज मिश्रा को सीआईपी से छुट्टी मिल गई है और उनको जेल अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है. बता दें पंकज पर हजारों करोड़ रुपयों के घोटाले का आरोप है. वहीं धमकी मारपीट और टेंडर मैनेज करने के आरोप पर ईडी उनपर अपना दबाव बनी हुई है. इस मामले में ईडी ने उन्हे 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था. वहीं ईडी की पूछताछ के दौरान पंकज को सीने में दर्द की शिकायत बताई थी जिसके बाद उन्हें राज्य के अस्पताल रिम्स में भर्ती किया गया था. रिम्स में पहले उनका कार्डियोलॉजी में रखा गया फिर रिपोर्ट सामान्य आने पर उन्हें सर्जरी विभाग में शिफ्ट किया गया. इसके बाद डॉक्टरों ने पाया की उन्हें क्रोनिक पैंक्रियाटाइटिस की शिकायत है. इस इलाज के दौरान रिम्स के डॉक्टरों को ये पता चला कि पंकज मिश्रा नशे का आदि है और प्रतिबंधित फोर्टविन इंजेक्शन का सेवन करता है. रिम्स के डाक्टरों ने पंकज की हेल्थ रिपोर्ट जारी कर कहा कि पंकज अब सामान्य है लेकिन नशे का आदि है. जिसके लिए राज्य के ही सीआईपी मे उसे भर्ती कराया जाए. इसी के बाद 19 दिन तक सीआईपी में रहने के बाद पंकज को जेल अस्पताल में लाया गया. बता दें अवैध खनन मामले में ईडी ने पंकज से कई राज उगलवाए और इस मामले में कई रसूकदार लोग जेल चले गए हैं. वहीं बरहरवा टोल मामले में भी साहेबगंज पुलिस की सहयोगिया सामने आ रही है. इस पूरे मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन पर भी सवाल खड़े हो चुके हैं. सीएम को ईडी अपने दफ्तर में भी बुला कर पूछताछ कर चुकी है. बता दें पंकज मिश्रा सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि हैं. और पंकज अपनी पहुंच और सीएम के करीबी होने का धौंस दिखा कर कई अवैध कार्यों को अंजाम दिया करता था. राज्य की पुलिस और अधिकारी भी उसके समर्थन के कार्य करते पाए गए थे. मालूम हो पंकज के जेल शिफ्ट होने के बाद अब ईडी फिर से उनसे पूछताछ का सिलसिला आगे बढ़ा सकती है. बरहरवा मामले में शंभु नंदन के याचिका पर अबतक कई अधिकारियों से ईडी ने अपने सवालों के जवाब मांगे हैं. वहीं अब पंकज से भी ईडी अपनी पूछताछ की कार्रवाई आगे बढ़ा के इस मामले की तह तक पहुँचने की कोशिश करेगी.
बता दें पंकज सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि हैं. पंकज अपने सीएम के करीबी होने का फायेदा उठा कर राज्य के टेन्डर मामले में मनमानी करते थे. वहीं उन्होंने मंत्री आलमगीर आलम के मोबाइल से शंभू नंदन को धमकी भी दी थी. अब ईडी इस मामले में पंकज से कड़ी पूछताछ कर सकती है. बता दें ईडी इस मामले में इससे पहले साहेबगंज के पुलिस अधिकारियों को भी समन भेजकर पूछताछ कर चुकी है. जिसमें डीएसपी प्रमोद मिश्रा उपस्थित नहीं हुए थे.
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