अब खंडहर नहीं, सुसज्जित छात्रावास में रहेंगे झारखण्ड के वंचित वर्ग के बच्चे और युवा


चाईबासा(CHAIBASA) पश्चिमी सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर अनुमंडल मुख्यालय में राजकीय रस्सैल छात्रावास व चाईबासा सदर अनुमंडल मुख्यालय के आदिवासी डीएमएफटी से बालिका छात्रावास जर्जर अवस्था में होने के कारण छात्राओं को काफी परेशानी होती थी. इतना ही नहीं जान जोखिम में डाल कर बच्चे रात गुजारते थे और सुबह शिक्षा के लिए विद्यालय जाते हैं. छात्रों की समस्या देखकर स्थानीय जिला प्रशासन के द्वारा उक्त दोनों छात्रावास का कायाकल्प डीएमएफटी फण्ड से कराने की अनुमती दी.
डीएमएफटी फण्ड से स्वीकृत कल्याण विभाग के अधीन जगन्नाथपुर रस्सेल छात्रवास और चाईबासा आदिवासी बालिका छात्रावास का मरम्मती कार्य भवन प्रमण्डल चाईबासा के द्वारा अपने तकनीकी निगरानी में गुणवत्ता पूर्वक करा कर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ट्विटर पर फोटो डालने से जिला प्रशासन काफी खुश है. वहीं कार्यपालक अभियंता सफीउल्लाह अंसारी ने भी मेसर्स आकाश कंस्ट्रक्शन के संवेदक शिवेंदु मायती कुमार की सराहना की है. विदित हो उक्त दोनों छात्रावास भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका था, जिसे मरम्मती कर नए भवन की तरह बना दिया गया है. जिला के सभी जर्जर भवनों को भी इसी तरह बनाए जाने की आवश्यकता है. ज्ञात हो कि जगन्नाथपुर रस्सेल उच्च विद्यालय के छात्रवास का दैनिय स्थिति को देखते हुए उक्त छात्रावास का मरम्मती करण डीएमएफटी फण्ड से कराने के लिए जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकु के द्वारा अनुशंसा की गई थी. जिनके अनुशंसा पर 76 लाख रूपया खर्च कर जर्जर छात्रावास का कायाकल्प किया गया है. वहीं दूसरी ओर सदर विधायक दिपक बिरूवा के द्वारा चाईबासा आदिवासी बालिका छात्रावास का मरम्मत के लिए अनुसंशा किया गया था जिस पर 55 लाख रूपये खर्च कर कायाकल्प किया गया.
रिपोर्ट:संतोष वर्मा,चाईबासा
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