धनबाद(DHANBAD): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू कोयलांचल में जमीन तलाश रही है. लोगों का मिजाज जानने के लिए जदयू के प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद खीरू महतो धनबाद के दौरे पर थे. उन्होंने जगह-जगह बैठकर कर लोगों से फीडबैक लिया और अगले विधानसभा चुनाव की तैयारी में कार्यकर्ताओं से जुट जाने का आह्वान किया. इस काम में उन्हें कितनी सफलता मिली और आगे कितनी मिलेगी, यह तो कहना बड़ा कठिन है लेकिन इतना तो तय है कि कोयलांचल में जमीन तलाशना हर एक राजनीतिक पार्टी के लिए किसी न किसी रूप में मजबूरी होती है. राजनीतिक पंडित बनाते हैं कि कोयलांचल को साधे बिना झारखंड और बिहार में राजनीति करना किसी भी राजनीतिक दल के लिए मुश्किल नहीं तो कठिन जरूर है. एक समय था जब नीतीश कुमार और जॉर्ज फर्नांडीज की समता पार्टी हुआ करती थी.
समता पार्टी से तीन विधायक बने थे
2000 के चुनाव में कोयलांचल और अगल-बगल से समता पार्टी के तीन विधायक हुए थे. ठीक उसी समय बिहार से कटकर झारखंड अलग राज्य बना था. बाबूलाल मरांडी झारखंड प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने थे. समता पार्टी भी सरकार में शामिल थी और 3-3 मंत्री झारखंड में बने थे. झरिया सीट से सूर्यदेव सिंह के भाई बच्चा सिंह समता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते थे. जलेश्वर महतो बाघमारा विधानसभा सीट से चुनाव जीते और डुमरी विधानसभा से लालचंद महतो विजई हुए थे. तीनो लोग बाबूलाल मरांडी की सरकार में मंत्री थे. जलेश्वर महतो तो बाद में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष भी बने. उसके बाद उन्होंने जदयू छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया और अभी कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष है. समता पार्टी के बाद कोयलांचल में जदयू का बहुत जनाधार नहीं दिखा. समता पार्टी भी ख़त्म हो गई. उसके बाद से झारखंड में जदयू का बहुत जनाधार नहीं दिखा लेकिन संभावित 2024 के चुनाव को लेकर जदयू झारखंड के साथ-साथ कोयलांचल में सक्रियता बनाए हुए है. कोयलांचल के विधानसभा सीटों पर जदयू के उम्मीदवारों की खोज हो रही है. जमीन तलाशा जा रहा है. देखना है कि आगे और क्या-क्या होता है.
आगे के कदमों पर रहेगी अन्य दलों की नजर
प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो झारखंड सहित कोयलांचल में जदयू को मजबूत करने के लिए और कौन-कौन से कदम उठाते है. इधर, 4 फरवरी को धनबाद में झारखंड मुक्ति मोर्चा का स्थापना दिवस मानेगा. स्थापना दिवस ऐतिहासिक बनाने का दावा किया जा रहा है. धनबाद में ही झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठन हुआ था. उसके बाद से हर साल 4 फरवरी को धनबाद के गोल्फ मैदान में झारखंड मुक्ति मोर्चा का स्थापना दिवस मनाने की परिपाटी चली आ रही है. इधर, भाजपा वाले भी कोयलांचल पर नजर गड़ाए हुए है. भाजपा कोयलांचल में राहत की स्थिति में है. कार्यसमिति की बैठक धनबाद में करने का निर्णय हुआ था लेकिन बाद में इसे संथाल ले जाया गया. देवघर में नेता -कार्यकर्ता जुटे और झारखण्ड से हेमंत हटाओ ,झारखण्ड बचाओ का नारा दिया गया.
रिपोर्ट: सत्यभूषण सिंह, धनबाद
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