NIA के टेरर फंडिंग मामले के आरोपी ने किया सरेंडर, जानिए क्या है मामला
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रांची(RANCHI): टेरर फंडिंग मामले के एक आरोपी ने आज सरेंडर कर दिया है. इसकी जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है. मगध व आम्रपाली कोल परियोजना में टेरर फंडिंग मामले के इस आरोपी का नाम मुकेश गंझू है. उसने सरेंडर कर दिया है. इस मामले में आरोपी भीखन गंझू को रांची पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार किया था. दो अन्य आरोपी टीपीसी सुप्रीमो ब्रजेश गंझू और आक्रमण गंझू अबतक फरार चल रहा है. ब्रजेश गंझू और आक्रमण गंझू को झारखंड पुलिस और एनआईए ने मोस्ट वांटेड घोषित कर रखा है.
झारखंड पुलिस ने जहां ब्रजेश गंझू के ऊपर 25 लाख और आक्रमण गंझू के ऊपर 15 लाख का इनाम घोषित कर रखा है. वहीं एनआईए ने ब्रजेश गंझू पर पांच लाख और आक्रमण गंझू पर तीन लाख का इनाम घोषित कर रखा है. टंडवा थाना में दर्ज प्राथमिकी 22/18 को एनआईए ने टेकओवर किया था . यह मामला सीसीएल, पुलिस, उग्रवादी और शांति समिति के बीच समन्वय को लेकर लेवी वसूली से संबंधित है. एनआईए ने सीसीएल कर्मी सुभान खान सहित 14 आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट दाखिल की थी. चार्जशीट में लिखा था कि टीएसपीसी को लेवी देने के लिए ऊंची दर पर मगध व आम्रपाली कोल परियोजना से कोयला ढुलाई का ठेका लिया गया था. इस मामले में टीएसपीसी उग्रवादी आक्रमण जी ने अनुशंसा की थी और ट्रांसपोर्टर सुधांशु रंजन उर्फ छोटू सिंह को ठेका मिला था. इसमें मिली राशि का बड़ा हिस्सा टीपीसी को जाता था. इस गंभीर मामले में आधुनिक पावर के महाप्रबंधक संजय कुमार जैन, ट्रांसपोर्टर सुधांशु रंजन उर्फ छोटू सिंह, मास्टरमाइंड सुभान खान, विदेश्वर गंझू उर्फ बिंदु गंझू, प्रदीप राम, विनोद गंझू, अजय सिंह भोक्ता समेत नौ आरोपी मुकदमे का सामना कर रहे है.एन आई ए जांच इस मामले में तेजी से आगे बढ़ा रही है.
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