रांची(RANCHI): भारत में दूसरी सबसे बड़ी बीमारी कैंसर है. ऐसे लोगों की मृत्यु हो जाती है. सामान्य रूप से यह बीमारी अचानक नहीं होती यह धीरे-धीरे शरीर में फैलती है और मनुष्य को मौत के रास्ते ले जाती है. कैंसर रोग से बचाव के लिए जागरूकता बेहद जरूरी होती है. सात नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है. इस दिन यह प्रयास होता है कि कैसे इस भयानक रूप से लोग बच सकते हैं. कौन से ऐसे कारक हैं जो इस रोग को पैदा करते हैं और बढ़ाते हैं. सामान्य रूप से यह देखा गया है कि कैंसर जैसी बीमारी मनुष्य को तब उसके बारे में पता चलता है जब वह तीसरे या चौथे स्टेज में आ जाती है. डॉक्टरों का कहना है की ज्यादातर इस बीमारी का पता अंतिम चरण में चलता है. यह शरीर की कोशिकाओं के समूह के असामान्य और अनियंत्रित वृद्धि से होती है जब यह अंतिम स्टेज में बीमारी आ जाती है. तब मरीज को बचाना मुश्किल हो जाता है. भारत में कैंसर के अधिकांश मामले गर्भाशय, स्तन, और लीवर से जुड़े मामले सामने आते हैं. इसलिए इन पर ध्यान देने की जरूरत है. तंबाकू, मिलावटी समान, सर आपका सेवन के कारण कैंसर होते हैं.
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