धनबाद(DHANBAD): धनबाद की झरिया में सोमवार की आधी रात के बाद गुंडई का नंगा नाच हुआ. रात के अंधेरे को चीरते हुए अपराधियों का दल गुंडई की सारी हदें पार कर दी. घर पर चढ़कर धनंजय यादव की हत्या कर दी गई. हमलावरों का दुस्साहस देखकर सब कोई भयभीत और आश्चर्यचकित है. जिस धनंजय यादव की हत्या की गई है, वह सिंह मेंशन का समर्थक बताया गया है.
तेज धारदार हथियार से की हत्या
सोमवार की आधी रात के बाद दर्जनभर अपराधी झरिया सिंह नगर स्थित धनंजय यादव के घर पर पहुंचे. पहले दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया. नहीं खुला तो बम मार कर दरवाजा तोड़ दिए. उसके बाद घर में घुसकर धनंजय यादव की गोली और तेज धारदार हथियार से हत्या कर दी. यह सब परिवार वालों के सामने हुआ. यह घटना रात में ही जंगल की आग की तरह पूरे इलाके में फैली. पुलिस बल भागा भागा पहुंचा. धनंजय यादव को अस्पताल लेकर गया लेकिन उसकी तो मौत पहले ही हो गई थी.
घरवालों के साथ भी मारपीट
अपराधियों के हमले के समय घर वाले बचाव के लिए गुहार लगाते रहे. लेकिन अपराधियों के सिर पर खून सवार था. घरवालों के साथ भी मारपीट की. घटना के असली वजह का तो अभी खुलासा नहीं हुआ है लेकिन सूत्र बताते हैं कि धनंजय यादव का विवाद रामबाबू धिक्कार से काफी समय से चल रहा था. धनंजय यादव और राम बाबू धिक्कार दोनों कोयले के धंधे में शामिल थे. इसके पहले भी कोयला धंधा कहें या कोयला चोरी, धनंजय यादव और रामबाबू धिक्कार के बीच कई बार झड़प हो चुकी है. रामबाबू धिक्कार अभी फरार चल रहा है. परिवार वाले हमलावरों की पहचान नहीं कर पा रहे हैं. पुलिस घटनास्थल से बम के अवशेष और खोखे बरामद की है.
18 जनवरी 2023 को सिंह नगर में गोली और बम चले थे. जिसमें निरंजन तांती नामक युवक की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद काफी बवाल मचा था. रामबाबू धिक्कार सहित कई पर मामले दर्ज हुए थे. उस समय के भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश भी धनबाद आए थे. इस घटना के बाद से ही रामबाबू धिक्कार फरार है.
इलाके में दहशत
सोमवार की आधी रात के बाद जिस तरह धनंजय यादव की हत्या की गई है, अमूमन ऐसी हत्याएं कोयलांचल में नहीं होती थी. घर पर देर रात को फायरिंग कर देना, बम फोड़ देना की घटनाएं तो होती रहती हैं, लेकिन घर के दरवाजे को बम से तोड़ देना, परिवार जनों के सामने गोली और धारदार हथियार से हत्या कर देना, यह लोगों को भय में डाल दिया है. घर पहुंचे अपराधियो का मकसद न चोरी करना था, ना डकैती करना.उन्हें तो सिर्फ धनंजय यादव की हत्या करनी थी.जिससे की इलाके में धिक्कार गुट का दबदबा अधिक हो जाए.हत्या करने के बाद अपराधी बेखौफ आराम से चलते बने.उसके बाद पुलिस अमला पहुंचा लेकिन यह घटना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. क्योंकि इस घटना को रोका नहीं गया तो कोयलांचल में कोयले के धंधे को लेकर वर्चस्व की जो जंग छिड़ी हुई है ,वह आगे और घातक हो सकती है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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