धनबाद(DHANBAD): झारखंड में फिलहाल मईया सम्मान योजना का जबरदस्त क्रेज है. यह क्रेज बढ़ता जा रहा है. नतीजा है कि आचार संहिता लागू होने तक पंजीकृत लाभुकों की संख्या 59 लाख थी. जो अब बढ़कर 64 लाख से अधिक हो गई है. समूचे झारखंड में सबसे कम पंजीकृत लाभुकों की संख्या सिमडेगा में है. वहां 1,04,4 25 लाभुक पंजीकृत है. उसके बाद खूंटी का नंबर आता है. वहां 1,10,0 43 लाभुक पंजीकृत है. फिर लोहरदगा में 1,13,164 लाभुक पंजीकृत है. सबसे अधिक रांची में लाभुक पंजीकृत है. रांची में पंजीकृत लाभुक 5 ,23 ,668 है. गिरिडीह दूसरे नंबर पर है, जबकि धनबाद तीसरे नंबर पर है.
चुनाव के पहले घोषणा की गई थी कि अगली बार अगर गठबंधन की सरकार आएगी, तो सम्मान योजना की राशि ₹2500 कर दी जाएगी. अब₹2500 सम्मान राशि करने के लिए सरकार प्रयास में है. फंड का जुगाड़ भी लगभग हो गया है. हो सकता है कि 20 तारीख के पहले यह राशि लाभुकों के खाते में चली जाए. यह भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन कर राज्य की 18 से 50 वर्ष की बहन और दीदी को सम्मान राशि हस्तांतरित करे. इस योजना की अब तक चार क़िस्त दी जा चुकी है. महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है.
छठी झारखंड विधानसभा के पहले सत्र में अनुपूरक बजट पारित हो गया है. सम्मान योजना संचालित करने वाले महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग को सबसे अधिक राशि का आवंटन कर दिया गया है. झामुमो के महासचिव एवं प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि अगर सम्मान योजना की राशि लाभुकों को 15 दिसंबर तक नहीं मिले, तो घबराने की जरूरत नहीं है. 18 से 20 दिसंबर तक राशि आ जाएगी. सरकार ने ₹1000 को ₹2500 कर दिया है. बैंकिंग सिस्टम में 1000 की जगह ₹2500 किए जा रहे है. इसलिए कुछ विलंब हो सकता है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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