दुमका कोर्ट में पेश हुईं महगामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह- जानिये राजनीतिक घटनाक्रम पर क्या कहा


दुमका(DUMKA): महागामा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह आज दुमका पहुंची. वर्ष 2017 में सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोप में उनपर महागामा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. उसी केस के सिलसिले में वे दुमका कोर्ट में पेश हुईं. कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गयी. कोर्ट परिसर से निकलकर उन्होंने राज्य की वर्तमान राजनीतिक हालात पर खुलकर बातें की. बता दें कि दीपिका अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय सचिव भी हैं.
निशिकांत दुबे पर किया पलटवार
सबसे पहले उन्होंने गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के उस बयान पर पलटवार किया जिसमें सांसद निशिकांत दुबे ने अक्टूबर या नवंबर के महीने में दुमका तथा बरहेट विधानसभा उपचुनाव की संभावना जताई थी. इस पर विधायक दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि वह किस अक्टूबर-नवंबर की बात कर रहे हैं पहले यह स्पष्ट करें? हो सकता है वह अक्टूबर 2024 की बात कर रहे हों. उन्होंने कहा कि सांसद हमेशा भ्रम फैलाने वाली बात करते हैं. इसलिए लोग अब उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेते हैं. अगर उन्हें डेट ही बताना है तो पहले यह बताएं कि गोड्डा से महागामा रेल लाइन से कब जुड़ेगा? उन्होंने कहा कि अडानी को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से गोड्डा तक रेल लाइन लाई गयी. लेकिन उसके बाद का कार्य अधर में लटक गया. जिस कार्य को वर्ष 2013 में यूपीए की सरकार ने पारित किया था. इसके अलावा महागामा में 300 बेड का अस्पताल बने, इसके लिए ईसीएल ने सीएसआर फंड रिलीज किया था. उस समय रघुवर दास की सरकार थी और आज तक सांसद 300 बेड का अस्पताल नहीं बनवा पाए तो आप समझ सकते हैं कि उनकी सरकार में ही उनकी बातों को कितना तवज्जो मिला होगा. उन्होंने कहा कि भाजपा के कुछ नेता प्रत्येक राज्य में बयान वीर के रूप में जाने जाते हैं. झारखंड में भी बयान वीरों की कमी नहीं है.
“कल्पना सोरेन नाम की कई महिलाएं हो सकती हैं”
सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के ट्विटर अकाउंट के वायरल हो रहे मैसेज पर विधायक दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि पहले यह तो साबित हो कि वह ट्विटर अकाउंट किसका है. कल्पना सोरेन नाम की कई महिलाएं हो सकती हैं.
यूपीए की बैठक में किस बात पर हुई चर्चा
दो दिन पूर्व रांची में यूपीए घटक दल की बैठक हुई थी. बैठक के बाद कई बातें सामने आईं, जिसमें कहा गया कि सुखाड़ को लेकर यह बैठक आयोजित थी. वही कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि बैठक के दौरान तमाम विधायकों से समर्थन पत्र पर साइन करवाया गया. इस मुद्दे पर विधायक दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि राज्य में सुखाड़ की समस्या गंभीर है. खासकर संथाल परगना और गोड्डा की बात करें तो यहां अकाल जैसे हालात हैं. पेयजल संकट अभी से ही उत्पन्न हो रहा है. इन तमाम मुद्दों पर बैठक के दौरान चर्चा हुई. जिसमें किसानों को राहत देने के साथ-साथ वैकल्पिक व्यवस्था पर भी चर्चा की गई. मनरेगा का काम तेजी से हो ताकि लोगों को रोजगार मिल सके और लोग पलायन ना करें. उन्होंने कहा कि इन तमाम मुद्दों को विभाग और प्रशासन के साथ बैठक कर अंतिम रूप दिया जाएगा और आने वाले दिनों में सुखाड़ की घोषणा होगी और प्रभावित लोगों को अधिकतम राहत देने का प्रयास सरकार करेगी. बैठक के दौरान विधायको से हस्ताक्षर लेने के सवाल पर कहा कि आरएसएस का अफवाह तंत्र पूरे देश में काम कर रहा है और विधायकों का साइन लेने की बात भी महक अफवाह है. उन्होंने कहा कि सरकार बहुमत में है. मजबूती के साथ गठबंधन की सरकार चल रही है तो भाजपा के पेट में दर्द हो रहा है. अभी तक सरकार बेहतर कार्य कर रही है. कुछ क्षेत्रों में सुधार की भी जरूरत है और इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.
“इरफान अंसारी बेहतर बता सकते हैं”
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी के ताजा बयान जिसमें उन्होंने कहा कि वे साजिश के शिकार हो गए, विधायक दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि यह मामला अभी कोर्ट में लंबित है. इसलिए इस पर कोई बयान देना उचित नहीं है. वैसे उन्होंने कहा कि किस परिस्थिति में विधायक इरफान अंसारी ने ऐसी बातें कही ये वही बेहतर बता सकते हैं या फिर कांग्रेस विधायक दल की जब बैठक होगी और उसमें यह मुद्दा आएगा उसके बाद ही इस पर कुछ कहना उचित होगा.
रिपोर्ट: पंचम झा, दुमका
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