फायरिंग गैंग के साथ बाइकर्स गैंग से भी धनबाद पुलिस परेशान, रोज कहीं न कहीं हो रही लूटपाट


धनबाद(DHANBAD): फायरिंग गैंग के बाद बाइकर्स गैंग पुलिस की चूल हिला रहे हैं. कहीं ना कहीं घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं. बुधवार अपराहन शहर के बीचो बीच रिटायर्ड सीनियर नर्स सुधा कुमारी के घर के दरवाजे से रुपयों से भरा बैग व चेन झपट कर बाइक सवार अपराधी भाग गए. घटना के बाद महिला ने घरवालों को इसकी जानकारी दी. फिर धनबाद थानों को सूचना दी गई. इसके बाद पुलिस पहुंची और जांच पड़ताल की. लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा है.
दिनदहाड़े पर्स लेकर भागे
रिटायर्ड नर्स ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी की शादी होने वाली है. इसी को लेकर बुधवार दोपहर को उन्होंने कोर्ट रोड स्थित एसबीआई शाखा से ₹500000 निकाले. इसके बाद अपने बेटे रवि को बुलाकर रुपए देकर घर भिजवा दिए. इसके बाद वह पैदल घर लौट रही थी. जैसे ही वह घर घुसने वाली थी तभी लाल रंग की पल्सर बाइक से दो युवक आए. बाइक के पीछे बैठे युवक दौड़ कर उनके पास आया और पर्स छीन कर भाग गया. पर्स में ₹50000, सोने की चेन, पासबुक, चेक बुक थे. मतलब बैंक से ही अपराधी रेकी कर रहे थे और रास्ते में उन्हें जब मौका नहीं मिला तो घर के पास घटना को अंजाम दे दिया. बाइकर्स गैंग फिलहाल धनबाद पुलिस के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं.
अपराधी पुलिस के लिए बने चुनौती
3 मई को वासेपुर हमला कांड को अंजाम देने वाले शूटर भी पल्सर बाइक से ही आए थे. पुलिस अभी उस बाइक का पता नहीं लगा पाई है. हालांकि पुलिस इस दिशा में सक्रिय है और कई तरह की जानकारियां जुटा रही है. बैंक मोड़ पुलिस जिस गाड़ी से शूटर आए थे ,उसका मॉडल नंबर का पता लगाकर शोरूम से जानकारी ले रही है. पुलिस को पता चला है कि गाड़ी 2021 और 2023 के बीच के मॉडल का है. इसको लेकर पुलिस शोरूम गई है और खरीदने वालों का नाम पता पूछ रही है. उसके बाद सत्यापन होगा कि फुटेज में जो बाइक दिख रही है, उसे किसने खरीदी थी. हालांकि यह भी हो सकता है कि यह बाइक चोरी की हो. क्योंकि कई मामले ऐसे सामने आए हैं जिसमें खुलासा हुआ है कि दूसरे जिले से बाइक चोरी कर धनबाद लाया जाता है और उसके बाद अपराध की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है. बाइकर्स गैंग के पास जो वाहन है ,वह भी चोरी के हैं अथवा नहीं, इसका भी पुलिस पता लगा रही है. वैसे जिले में वाहन जांच अभियान चल रहा है, बावजूद घटनाएं रुक नहीं रही है. यह धनबाद के लोगों के लिए भी चिंता की बात है और पुलिस के लिए भी चुनौती है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो
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