देवघर (DEOGHAR): जंगल का संरक्षण,भूमि को सिंचित, लोगों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक और वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के उद्देश्य से जलवायु, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने एक नई योजना शुरू की है. शहरी क्षेत्र के 10 किलोमीटर की अवधि में नगर वन विकसित किया जाएगा. इस नगर वन में लोगों की सुविधा और स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखा जाएगा.
शुद्ध वातावरण,इको टूरिज्म का लाभ मिलेगा
केंद्र सरकार की इस योजना के तहत देवघर शहर के 10 किलोमीटर के दायरा में नगर वन स्थापित होगा. वन विभाग द्वारा वैसे वन भूमि को चिन्हित किया गया है जहाँ 60 प्रतिशत वन और 40 प्रतिशत भूमि है. देवघर में खिजुरिया और सरासनी को चिन्हित कर वहां नगर वन बनाया जा रहा है. केंद्र सरकार द्वारा मिले फंड से वन क्षेत्र का घेरान, वृक्षारोपण,जल और भूमि संरक्षण का काम कराया जा रहा है. नगर वन में एक से एक मेडिसिनल पौधे भी लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा सीएसआर के फंड से इस नगर वन का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा इतना ही नही इसी फंड से जीम, पार्क और मनोरंजन के साधन उपलब्ध कराए जायेंगे.
शहर के वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराना
देवघर वन प्रमंडल पदाधिकारी राजकुमार साह ने बताया कि जिस तरह से शहर का विकास हो रहा है. आवादी लगातार बढ़ रही है वैसे में लोगो को शुद्ध वातावरण मुहैया हो सके इसी दिशा में वन विभाग काम कर रहा है. डीएफओ ने बताया कि शहरी क्षेत्र में लगातार वन भूमि को भूमाफिया द्वारा अतिक्रमण करने की बात सामने आती रहती है ऐसे में शहर के 10 किलोमीटर की परिधि में उन सभी वन भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए नगर वन की योजना कारगार है. देवघर शहर में फिलहाल दो जगह नगर वन का निर्माण कराया जा रहा जहाँ से वन विभाग ने लगभग 50 एकड़ भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया है.
नगर वन का लाभ कांवरियों को भी मिलेगा
कांवरिया पथ स्थित खिजुरिया और सरासनी में बनने वाले नगर वन का लाभ आने वाले दिनों में कांवरियों को भी मिलेगा. खासकर कांवर यात्रा के दौरान सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर बाबा धाम पहुचने वाले कांवरिया अपनी थकान इस नगर वन का लाभ लेकर भी मिटा सकते हैं. इसी साल मार्च में कार्य पूरा हो जाएगा फिर इस नगर वन का आनंद उठा सकते हैं.
रिपोर्ट: रितुराज सिन्हा
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