लातेहार (LATEHAAR) : डॉक्टर भगवान का दूसरा रूप होते है. ऐसा इसलिए क्योंकि एक वहीं है जिनके हाथों में लोगों का जीवन है. ये एक बड़ी जिम्मेवारी भी है. मगर लातेहार में इसी जिम्मेवारी के साथ एक भद्दा मजाक किया जा रहा है. बता दें कि लातेहार जिले के बालूमाथ एवं बरियातू प्रखंड में आधा दर्जन से अधिक अवैध नर्सिंग होम संचालित करने का मामला सामने आया है. जहां में झोला छाप चिकित्सक के सहारे सिजेरियन ऑपरेशन, भ्रूण हत्या जोरों से की जा रही है.
7 माह की गर्भवती महिला का गलत इलाज
इस मामले में सबसे आश्चर्य की बात तो ये है कि स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना भी है मगर इसके बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग मौन है. शनिवार को बरियातू में अवैध रूप से संचालित मां उग्रतारा नर्सिंग होम में झोला छाप चिकित्सक द्वारा 7 माह की गर्भवती महिला सीमा देवी के गलत इलाज के कारण जिंदगी और मौत के बीच जूझने को विवस है.
अवैध रूप से किया गया अल्ट्रासाउंड
इसमे मिली जानकारी के अनुसार सीमा देवी को शनिवार को पेट में दर्द हुआ. जिसके बाद परिजन द्वारा सीमा देवी को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए मां उग्रतारा नर्सिंग होम लेकर पहुचे. जहां 750 रुपए लेकर अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड की गई. वही झोलाछाप चिकित्सक द्वारा 1700 रुपये लेकर गलत इलाज किया गया. गलत इलाज के कारण महिला की स्थिति बिगड़ने लगी. जिसके बाद महिला की स्थिति को गंभीर बताते हुए बेहतर इलाज हेतु रिम्स रेफर कर दिया. जहां अब महिला जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है.
ग्रामीणों द्वारा कार्रवाई की मांग
कुछ दिनों पूर्व लातेहार सिविल सर्जन डॉ अशोक कुमार द्वारा मां उग्रतारा नर्सिंग होम का औचक निरीक्षण किया था. जहां स्वास्थ्य विभाग के कर्मी द्वारा निरीक्षण की सूचना पूर्व में दे दी गई थी. जांच के दौरान पाया गया था की मां उग्रतारा नर्सिंग होम क्लीनिकल एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन लिए हुए हैं लेकिन आज तक उस नर्सिंग होम में एक भी एमबीबीएस डॉक्टर ड्यूटी नहीं देते हैं. बावजूद अबतक अस्पताल प्रबंधन पर कोई कार्रवाई नहीं होने से अस्पताल प्रबंधन की मनमानी बढ़ती जा रही है. इधर इस घटना की सूचना ग्रामीणों ने लातेहार उपायुक्त को भी देकर कार्रवाई की मांग की गई है.
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