रांची (RANCHI): झारखंड में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के दूसरे व अंतिम चरण का मतदान होने वाला है. दूसरे चरण में 38 सीटों पर मतदान होंगे. 38 सीटों पर कुल 528 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं और अपनी किस्मत चमकाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. वहीं, झारखंड का राजनीतिक भविष्य भी दूसरे चरण के चुनाव पर ही निर्भर है. क्योंकि, कई हाई-प्रोफ़ाइल नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. राज्य के सीएम हेमंत व उनका परिवार और भाजपा के दिग्गज बाबूलाल मरांडी से लेकर कई चर्चित चेहरे शामिल हैं. जिनके भाग्य का फैसला दूसरे चरण के चुनाव में होना है. वहीं, दूसरे चरण में झामुमो का गढ़ माने जाने वाले संताल परगना के सभी 18 सीट व कोयलांचल के 16 सीटों पर मतदान होने वाले हैं. ऐसे में दूसरे व अंतिम चरण का यह चुनाव बेहद दिलचस्प ही होने वाला है.
आइए जानते हैं किन-किन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है
हेमंत सोरेन: दूसरे चरण के चुनाव में साहेबगंज जिले की बरहेट विधानसभा सीट हॉट सीटों में से एक है. सबकी नजर इसी सीट पर टिकी है. क्योंकि, एक बार फिर इस सीट से झामुमो की तरफ से राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनावी मैदान में उतरे हैं. वहीं, हेमंत सोरेन के खिलाफ भाजपा की तरफ से गमलियाल हेम्ब्रम चुनाव लड़ रहे हैं.
कल्पना सोरेन: सोरेन परिवार की बहु व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन गिरिडीह की गांडेय सीट से चुनावी मैदान में उतरी हैं. कल्पना सोरेन इसी सीट से विधायक भी हैं. कल्पना सोरेन ने इसी साल राजनीति में कदम रखा है. उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में गांडेय विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की थी. वहीं, कल्पना सोरेन के खिलाफ भाजपा ने जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी को चुनावी मैदान में उतारा है.
बसंत सोरेन: झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई दुमका सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. चंपई सोरेन की सरकार में बसंत सोरेन को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. साल 2020 में दुमका सीट से ही उपचुनाव जीत कर बसंत सोरेन ने विधानसभा में प्रवेश किया था. वहीं, इस बार के विधानसभा चुनाव में झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन के खिलाफ दुमका सीट पर भाजपा के पूर्व सांसद सुनील सोरेन चुनावी मैदान में हैं.
सीता सोरेन: सोरेन परिवार कि बड़ी बहु व झामुमो पार्टी की बागी सीता सोरेन इस बार जामताड़ा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. इस साल हुए लोकसभा चुनाव में सीता सोरेन ने झामुमो का दामन छोड़ भाजपा का हाथ थाम लिया था. हालांकि, लोकसभा चुनाव के दौरान दुमका सीट से सीता सोरेन को हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन एक बार फिर भाजपा ने जामताड़ा विधानसभा सीट पर झामुमो प्रत्याशी डॉ. इरफान अंसारी के खिलाफ सीता सोरेन को चुनावी टिकट दिया है.
बाबूलाल मरांडी: झारखंड के पहले सीएम बाबूलाल मरांडी के भाग्य का फैसला भी दूसरे चरण में ही तय होगा. कोयलांचल की चर्चित सीटों की बात करें तो गिरीडीह की धनवार सीट काफी चर्चित है. इस बार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व राज्य के पहले सीएम बाबूलाल मरांडी एक बार फिर इसी सीट से चुनावी मैदान में हैं. वहीं, बाबूलाल मरांडी के खिलाफ झामुमो के निजामुद्दीन अंसारी चुनाव लड़ रहे हैं.
सुदेश महतो: चर्चित सीटों में से एक सीट सिल्ली भी है. इस सीट से एक बार फिर चुनावी मैदान में उतर कर आजसू के मुखिया और दो बार उपमुख्यमंत्री रह चुके सुदेश कुमार महतो अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. भाजपा के साथ गठबंधन में आजसू 81 सीटों में से 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं, सुदेश कुमार महतो के खिलाफ झामुमो ने पूर्व विधायक अमित कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है.
डॉ. लुईस मरांडी: इस बार जनता की नजर दुमका के जामा विधानसभा सीट पर भी टिकी हुई है. क्योंकि, इस सीट पर भाजपा छोड़ झामुमो में शामिल हुई डॉ. लुईस मरांडी झामुमो की तरफ से चुनावी मैदान में हैं. वहीं, डॉ. लुईस मरांडी के खिलाफ भाजपा ने सुरेश मुर्मू को चुनावी मैदान में उतारा है.
ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि कौन किस सीट पर बाजी मारेगा और कौन सी पार्टी झारखंड की सत्ता पर राज करेगी. हालांकि, ये फैसला तो अब झारखंड की जनता के हाथों में है. अब जनता ही तय करेगी उन्हें किस पार्टी के सिर पर जीत का ताज सजाना है. इस बात का पता तो अब 23 नवंबर को मतगणना के बाद ही चलेगा.
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