अधिवक्ता राजीव कुमार के ठिकानों पर छापेमारी में कोलकाता पुलिस को क्या-क्या मिला, जानिए खबर में


रांची(RANCHI): गुरुवार देर रात तक अधिवक्ता राजीव कुमार के ठिकानों पर पश्चिम बंगाल की पुलिस ने छापेमारी की. पुलिस ने रात एक बजे तक राजीव कुमार के तीन ठिकानों पर छापेमारी की. इस दौरान पुलिस के हाथ तीन डायरी लगी है. बताया जा रहा है कि इसमें नकद लेनदेन का विवरण दिया गया है. इसके अलावा चैट और डिजिटल सबूत भी बताते हैं कि पीआईएल करने वालों के साथ पैसे के बारे में चर्चा हुई थी. पुलिस को कई संपत्तियों के डीड भी मिले हैं. जिसमें रांची में 7 फार्म हाउस, उनके 3 मंजिला घर के अलावा 16 फ्लैट, नोएडा में फ्लैट और ग्रेटर में कार्यालय शामिल हैं.
लाखों रुपए के साथ कोलकाता पुलिस ने किया था गिरफ्तार
बता दें कि झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को नगद लाखों रुपए के साथ बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अधिवक्ता राजीव कुमार ने एक याचिका वापस लेने के एवज में 10 करोड़ रुपए की मांग की थी. आखिर में डील 1 करोड़ में फाइनल हुई. कथित तौर ओर इसी राशि की किस्त लेने अधिवक्ता कोलकाता गए थे. राजीव कुमार की ये डील कोलकाता और रांची से जुड़े एक कारोबारी से हुई थी. कारोबारी कोई चर्चित अग्रवाल सरनेम वाले है इन कारोबारी के खिलाफ रांची उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई थी. उसे ही वापस लेने के लिए अधिवक्ता राजीव कुमार 10 करोड़ रुपए मांग रहे थे.
कौन है अधिवक्ता राजीव कुमार
अधिवक्ता राजीव कुमार कई चर्चित केस में PIL दायर कर चुके है. हाल में चल रहे मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन पर खनन लीज मामले में भी राजीव कुमार ही हाई कोर्ट में दायर PIL की पैरवी कर रहे है जिसकी सुनवायी अभी जारी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और भाई बसंत सोरेन के खिलाफ सेल कंपनियों को लेकर हाल के दिनों में वो सुर्खियों में थे. रांची डीसी छवि रंजन से विवाद को लेकर भी राजीव कुमार चर्चा में थे, कोलकोता में उनकी गिरफ्तारी को लेकर लोग कई तरह की बाते कर रहे हैं. तीन विधायकों के बाद राजीव की गिरफ्तारी को लोग सत्ता से भी जोड़कर देख रहे हैं.
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