मेट्रो सिटीज से डायरेक्ट कांटेक्ट में है सेक्सटॉरशन और हनी ट्रैप करने वाले झारखंड के साइबर अपराधी, पढ़िए कैसे हुआ खुलासा !

धनबाद(DHANBAD) : सेक्सटॉरशन और हनी ट्रैप करने वाले गिरोह बड़े शहरों में बैठकर छोटे शहरों में अपना जाल फैला लिया है. झारखंड के कई जिलों में बड़े शहरों का यह गिरोह अपना नेटवर्क फैला लिया है. धनबाद में पकड़े गए गैंग से खुलासा हुआ कि यह लोग हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई के दलालों के संपर्क में थे. इन लोगों ने स्वीकार किया है कि कई ऑनलाइन एडल्ट प्लेटफार्म पर मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता में लड़कियों से सेक्सटॉरशन कराते थे. लड़कियों की तस्वीर दिखाकर कई विज्ञापन भी पोस्ट करते थे. ग्राहक से संपर्क करने के बाद उन्हें लड़की भी उपलब्ध कराते थे. फिर उन्हीं के माध्यम से सेक्सटॉरशन कर लोगों को अपना शिकार बनाते थे. ऐसे लोगों का एक संगठित गिरोह है. पुलिस को इन लोगों ने बताया है कि अब तक यह लोग 500 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना चुके है. पहले यह गिरोह देह व्यापार के नाम पर ऑनलाइन चैटिंग करते है. जब कोई ग्राहक फंस जाता तो मोबाइल पर वीडियो कॉल करवा कर उसे ब्लैकमेल करते थे.
रोज 150 से अधिक लोगो से चैट कर ग्राहक फंसाते थे
पुलिस को इसकी पुख्ता जानकारी मिली है. यह लोग प्रतिदिन 150 से अधिक लोगों के साथ चैट करते थे. इनके पास से पुलिस को 50,000 नगदी के अलावे 13 एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन और 14 सिम कार्ड बरामद हुए है. इन लोगों की गिरफ्तारी धनबाद के बरवाअड्डा क्षेत्र से हुई है. तीन जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं, उनमें दो चचेरे भाई है. तीनों मूल रूप से हजारीबाग के रहने वाले है. मतलब साफ है कि धनबाद जैसे शहर में रहकर इन लोगों का संपर्क मेट्रोपॉलिटन सिटीज के गिरोह से बना हुआ है. यह भी माना जा सकता है कि बड़े शहरों के गिरोह छोटे-छोटे शहरों में अपना नेटवर्क फैला लिए है. इस अपराध में कम मेहनत में अधिक कमाई की वजह से युवा आकर्षित होते है. यह अलग बात है कि सेक्सटॉरशन और हनी ट्रैप के समानांतर साइबर अपराधी ठगी के काम में भी सक्रिय है. दो तीन दिन पहले धनबाद में ही साइबर फ्रॉड की हुई एक घटना चौंका दिया था. दरअसल, धनबाद में साइबर अपराधियों का एक बड़ा गैंग काम कर रहा है. यह नेटवर्क पुलिस के किसी भी इंतजाम को अपने ठेंगे पर रखता है. यह गिरोह लगातार सक्रिय है और लोगों को ठग रहा है.
एटीएम मशीन के अगल -बगल मंडराते रहते है साइबर अपराधी
बुधवार को धनबाद के बरटांड़ स्थित एक बैंक की एटीएम से एक बिजलीकर्मी को साइबर अपराधियों ने अपना शिकार बनाया. उनके खाते से 53,000 से अधिक की खरीदारी कर ली. जानकारी मिलने के बाद उन्होंने तुरंत अपना एटीएम ब्लॉक कराया और धनबाद थाने में इसकी लिखित शिकायत की. बुधवार की शाम बिजलीकर्मी एक बैंक की एटीएम से ₹3000 की निकासी की. इसके बाद उनका एटीएम कार्ड मशीन में फंस गया. उस समय बाहर एक युवक खड़ा था. उसने बताया कि इस जगह पर बैंक का नंबर लिखा हुआ है. उस पर कॉल कीजिए, आपका कार्ड निकाल दिया जाएगा. इसके बाद उन्होंने उस नंबर पर फोन किया तो सामने वाले ने कहा कि वह बैंककर्मी है. वह बैंक के ब्रांच के पास आ जाएं, बिजलीकर्मी बैंक के पास गए और फिर उस नंबर पर फोन किया, तो कहा गया कि अभी इंजीनियर को भेजा गया है, पहुंचता ही होगा. वह आपका एटीएम कार्ड निकाल देगा. लेकिन इस दौरान उनके एटीएम से कई बार में 53,000 से अधिक के ट्रांजैक्शन हो गए.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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