धनबाद(DHANBAD) : अब तो साइबर अपराधियों की ठिठाई हद पार करने लगी है. पुलिस को भी कहने लगे है कि हम जामताड़ा वाले है, जो करना है कर लो. साइबर अपराधियों की करतूत से जो ठगे जाते है, वह तो संकट में होते ही है, जिनका इस मामले में कोई लेना-देना नहीं होता, वह भी परेशानी में पड़ जाते है. दरअसल, दूसरे प्रदेशों की पुलिस के कहने पर उनका बैंक खाता फ्रीज कर दिया जाता है. फिर तो वह परेशानी तब तक झेलते रहते हैं, जब तक उनका खाता डिफ्रीज नहीं हो जाता. यह बात भी सच है कि साइबर ठगी के मामले रोज बढ़ रहे है. इसकी जांच के क्रम में साइबर पुलिस आरोपियों के बैंक खाते को फ्रिज कराती है. इस क्रम में ऐसे लोगों के खाते भी फ्रीज करा दिए जा रहे हैं, जो किसी ठगी के मामले में कहीं से भी शामिल नहीं है.
बेकसूरों का भी हो जा रहा बैंक खता फ्रीज
सूत्रों के अनुसार धनबाद में कम से कम 1000 से अधिक लोगों के खाते फ्रीज कर दिए गए है. खाता डिफ्रीज कराने के लिए पीड़ित लोग साइबर थाने का चक्कर लगा रहे है. लेकिन स्थानीय पुलिस भी उन्हें मदद नहीं कर पा रही है. दूसरे प्रदेशों में हुई साइबर ठगी के मामले में उनके खाते फ्रीज किए गए है. किसी मामले के आरोपी ने एक खाते में रुपए भेजा, फिर उसे खाते से दूसरे और तीसरे खाते में रुपए गए. आगे भी ट्रांजैक्शन होते गए. जांच के क्रम में ऐसे सभी लोगो के खाते को फ्रीज कर दिया जाता है. संभव है एक दो लेयर के खातेदार ठगी से जुड़े हो, लेकिन आगे के लोग बेकसूर होने के बावजूद खामियाजा भुगतते है.
धनबाद में साइबर अपराधियों की गतिविधियां कम नहीं हो रही
इधर, पुलिस की ताबड़तोड़ अरेस्टिंग के बावजूद धनबाद में साइबर अपराधियों की गतिविधियां कम नहीं हो रही है. अब तो साइबर अपराधी पुलिस वाले तक को कहते हैं कि वह जामताड़ा से बोल रहा है-जो जी में आए, कर लो. दरअसल, धनबाद के सरायढेला थाना क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति से एक लाख की साइबर ठगी की गई. जानकारी होने पर वह व्यक्ति तुरंत थाना पंहुचा. उसने पुलिस को सारी बात बताई, ड्यूटी पर तैनात ओडी ऑफिसर से अपराधी से बात कराई तो दूसरी ओर से साइबर अपराधी ने पुलिस के अधिकारी को कहा कि हम जामताड़ा से बोल रहे हैं- जो भी करना है कर लो. साइबर ठगी के मामले में धनबाद बदनाम होता जा रहा है. दूसरे प्रदेश की पुलिस ताबड़तोड़ यहां पहुंच रही है. धनबाद में डेरा जमाये साइबर ठगो को पकड़ कर ले जा रही है.
उत्तर प्रदेश की पुलिस अभी हाल ही में पहुंची थी झरिया
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश की पुलिस गुरुवार को धनबाद के बस्ताकोला में छापेमारी की थी. इधर, एक दिन पहले धनबाद साइबर थाने की पुलिस ने तेलंगाना और बिहार के 6 लड़कों को पकड़ा था. जैसे-जैसे दवा की ,मर्ज बढ़ता गया, उसी तर्ज पर साइबर अपराधी धनबाद को अपना ठिकाना बना रहे है. इस साल के जनवरी महीने में अबतक 14 गिरफ्तारियां हो चुकी है ,बावजूद साइबर अपराधी नियंत्रण में नहीं आ रहे है. प्रतिबिंब ऐप की मदद से पुलिस जिस रफ्तार से उन्हें गिरफ्तार कर रही है, उससे तेज गति से साइबर अपराधी कोयलांचल में अपने पांव पसार रहे है. ख़ास बात है कि धनबाद में बैठकर न केवल झारखंड और बिहार के लोगो को ठग रहे है ,बल्कि साउथ के लडको को बुलाकर साउथ के प्रदेशों से भी ठगी कर रहे है. मंथली सैलरी पर दूसरे प्रदेशों के बेरोजगार लड़कों को धनबाद बुलाते है. कोई घर भाड़ा पर लेकर ठिकाना बनाते है और फिर साइबर ठगी में शामिल हो जाते है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो
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