जमशेदपुर (JAMSHEDPUR): क्या होगा जब अपकी जान की रक्षा करने वाले ही आप के ही जान के दुश्मन बन जाए. जी हां कुछ ऐसा ही मामला लोहनगरी जमशेदपुर से सामने आय़ा है, जहां बागबेड़ा थाना अंतर्गत ट्रॉफी कॉलोनी के रहने वाले सुनिल कुमार ने आरपीएफ के अधिकारियों से तंग आकर आत्महत्या करने की कोशिश की. बताया जा रहा है कि ट्रॉफी कॉलोनी में रेलवे की जमीन पर सुनील कुमार ने अपना घर बनाया है, जिसे भूमाफिया और आरपीएफ के जवान अपने कब्जे में करना चाहते थे. इसी से तंग आकर सुनिल कुमार पिल्ले ने मिट्टी तेल छिड़ककर खुद को आग के हवाले कर दिया. जिसके बाद आनन-फानन में उसे टीएमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां सुनिल का इलाज किया जा रहा है.
प्रताड़ना से तंग आकर खुद को किया आग के हवाले
मिली जानकारी के अनुसार सुनिल के पिता रेलवे से 90 साल की लीज पर जमीन लिए हुए थे. जिस पर सुनिल ने अपना घर बनाया था. लेकिन कुछ भूमाफिया के साथ मिलकर आरपीएफ के जवानों ने इनके जमीन को अपने कब्जे में कर लिया था. जिसके बाद सुनील कुमार के परिवार वालों ने इसका विरोध किया और जब जमीन का पेपर आरपीएफ को दिखाया तो अधिकारियों ने एक न सुनी और पूरे परिवार को लॉकअप में बंद कर दिया, उधर सुनील कुमार पर जबरन कागज पर साइन करने को कहा गया. जब सुनील कुमार कागज पे साइन करने से माना कर दिया तो आरपीएफ के जवानों ने उसके साथ बदतमीजी, गाली-गलौज और मारपीट की. इन सब प्रताड़ना से तंग आकर सुनील कुमार ने अपने उपर मिट्टी का तेल छिड़ककर खुद को आग के हवाले कर दिया.
80 प्रतिशत तक जला शरीर
जिसके बाद वहां मौजूद कुछ लोगों ने आनन-फानन में सुनिल को टीएमएच अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है डॉक्टर का कहना है कि सुनिल का शरीर 80% तक जल चुका है. वहीं सुनिल की जलने की खबर जब उसके परिवार वालों को मिली तो सभी का रो-रोकर बुरा हाल है. इस मामले में जब आरपीएफ के अधिकारियों से बात की गई, तो सभी इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
रिपोर्ट. रंजीत ओझा
4+