धनबाद(DHANBAD) | धनबाद के दो कोयला कारोबारी अनिल गोयल और दीपक पोद्दार के 50 से अधिक ठिकानों पर आयकर की चल रही जांच- पड़ताल गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रही. अब तक मिली जानकारी के अनुसार 3 करोड रुपए नगद, 12 लॉकर और कई बैंक अकाउंट जांच टीम को मिले है. जब्त कागजात का मिलान किया जा रहा है. इसके अलावा दोनों कारोबारी के हार्ड कोक उद्योग में मिले कोयले की स्टॉक की जांच के लिए बीसीसीएल और सीएमपीडीआईएल के सर्वेयर को बुलाया गया है. सर्वेयर कोयले की माफी कर बताएंगे कि कोयल का फिजिकल स्टॉक कितना है.
स्टॉक जाँच के लिए बुलाइये गए एक्सपर्ट
कागज में कितना दिखाया गया है ,इससे सही स्टॉक का पता चलेगा. इसके अलावे स्पंज आयरन फैक्ट्री में मिले रॉ मैटेरियल्स की जांच के लिए बोकारो और राउरकेला स्टील प्लांट के अधिकारियों को बुलाया गया है. जो जांच कर फिजिकल स्टॉक की जानकारी देंगे. इसके अलावे दीपक पोद्दार के वेडलॉक होटल और अंडर कंस्ट्रक्शन रेडिसन ब्लू होटल के वैल्यूएशन के लिए भी एक्सपर्ट बुलाए गए है. जिससे पता चल सके कि वास्तव में वेडलॉक रिजॉर्ट की लागत क्या है और कागज में कितना दिखाया गया है. उसी प्रकार अब तक रेडिसन ब्लू कितने खर्च किए गए है. सूत्रों के अनुसार धनबाद में फाइव स्टार रेडिसन ब्लू होटल का निर्माण चल रहा है. मिले कागजात की जांच एवं मूल्यांकन के बाद ही सब कुछ साफ हो पाएगा.
जमीन में निवेश के कागजात भी मिले हैं.
जमीन में निवेश के कागजात भी मिले हैं. यह जाँच सिर्फ धनबाद ही नहीं बल्कि बंगाल और छत्तीसगढ़ में भी चल रही है. दोनों कारोबारी के कई साझेदार और कर्मचारियों के ठिकानों पर भी कार्रवाई चल रही है. कई हार्ड कोक उद्योग में भी छापेमारी की गई है. सूत्र बताते हैं कि अनिल गोयल, दीपक पोद्दार के अलावे सुरेश अग्रवाल, नितिन अग्रवाल, साबिर आलम, पिंटू अग्रवाल, अनिल खेमका ,राणा रणजीत सिंह आदि के ठिकाने को भी खंगाला जा रहा है. सभी लोग कोयला कारोबार से जुड़े बताएं जा रहे हैं. अनिल गोयल दर्जन भर से अधिक हार्ड कोक भट्ठा चला रहे हैं. कई भट्ठा साझेदारी में है. आयकर रिटर्न के मुकाबले मिले कागजात संकेत दे रहे हैं कि करवांचना की गई है. अगले 36 से 48 घंटे तक कार्रवाई चलने की उम्मीद जताई जा रही है. यह जाँच बड़े आकार में हो रही है. . जाँच -पड़ताल में झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और बिहार के आयकर अधिकारियों को शामिल किया गया है. चल रही जाँच में 150 से भी अधिक अधिकारियों को लगाया गया है .
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो
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