धनबाद(DHANBAD): धनबाद के झरिया में ईद काफी खास तरीके से मनाई गई. बच्चों को ईदी के रूप में पैसा- रूपया नहीं, बल्कि पौधे एवं चिड़ियों के लिए पानी रखने का घड़ा भेंट किया गया. साथ ही बच्चों को ये सुझाव दिया गया कि वे अपनी-अपनी छतों पर घड़े में पक्षियों के लिए पानी का इंतजाम करें. सामाजिक संस्था यूथ कॉन्सेप्ट की तरफ से ये पहल की गई ताकि बच्चों में अच्छे संस्कार भरे जाये. संस्था के संयोजक अखलाक अहमद ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि बच्चों में अच्छे संस्कार लाए जाएं, समाज का भला किया जाए. विकास के नाम पर बड़ी संख्या में जो पेड़ों की कटाई की जा रही है, उससे हो रही परेशानियों से बच्चों को भी अवगत कराया जाए.
पेड़ों के लगातार कटने से पक्षियों ने अपना घर खो दिया
पेड़ों के लगातार कटने से पक्षियों ने अपना घर खो दिया है. गर्मी के दिनों में इन पक्षियों को बड़ी कठिनाई होती है. पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए पक्षियों को बचाना और उन्हें सुरक्षित रखना फिलहाल हमारी पहली जरुरत बन गई है. इसके लिए जरूरी है कि हम लोग लगातार हर मौके पर वृक्षारोपण करें एवं बच्चों को इसके लिए प्रेरित करे. डॉ एम समीर ने कहा अभी रमजान बीता है और सभी को एहसास है, गर्मी में प्यास की तपस्या क्या होती है. इसलिए बच्चों से और सभी लोगों से अपील है कि अपने घरों में पक्षियों के लिए एक प्याला रखे. झरिया कोयलांचल में प्रदूषण तेजी के साथ बढ़ रहा है. उससे तो यही एहसास होता है कि आने वाली पीढ़ी को अब सांस लेने के लिए शुद्ध हवा तक संभव नहीं होगी.
अब तो पेड़ ही बचा सकता है हमारा जीवन
पेड़ों से निकलने वाले ऑक्सीजन ही हमें शुद्ध हवा दिला सकता है. इस लिए इस प्रकार का अभियान चला कर शहर वासियों को ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की जरूरत बताने की कोशिश की जा रही है. प्रदूषण के खिलाफ अभियान में आवाज नहीं उठा सकते तो कम से कम सभी झरिया के नगरिक एक एक पेड़ लगा कर अपने पर्यावरण को संतुलित बनाने का काम करें. मो अशफाक हुसैन ने कहा कि प्यासे पक्षियों और जानवरों के लिए पीने के पानी से भरे बर्तन रखे. मौके पर डॉ एम समीर, मिर्जा अनवर बैग, जहांगीर आलम, जमीरउद्दीन आलम, मिर्जा अनवर बैग, मोहम्मद नईम, साईम आलम, आफताब आलम, मोहम्मद इकबाल, अशफाक हुसैन, अखलाक अहमद, महताब आलम, अब्दुल हक अर्शी, मोहम्मद, अबू हुजैफा, औन, माहिरा, आनम आदि उपस्थित थे.
रिपोर्ट -शाम्भवी सिंह
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